पंजाब के गौरवशाली इतिहास को दर्शाती झांकियों का अमृतसर पहुंचने पर किया गया भव्य स्वागत

पंजाब के गौरवशाली इतिहास को दर्शाती झांकियों का अमृतसर पहुंचने पर किया गया भव्य स्वागत

पंजाब सरकार द्वारा राज्य के लोगों को देश के स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों द्वारा दिए गए उत्कृष्ट योगदान और पंजाब की गौरवशाली विरासत और इतिहास से अवगत कराने के लिए तैयार की गई झांकियों का अमृतसर जिले में पहुंचने पर लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

जैसे ही झांकियों ने अमृतसर जिले के ब्यास क्षेत्र में प्रवेश किया, निर्वाचन क्षेत्र के विधायक श्री दलबीर सिंह टौंग और बड़ी संख्या में लोगों और स्कूली बच्चों ने उनका स्वागत किया।

ब्यास से राया, टांगरा, जंडियाला गुरु पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. इस अवसर पर जहां बड़ी संख्या में लोग विशेषकर महिलाएं और बच्चे पंजाब की विरासत और स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए योगदान को देखने आए।

जंडियाला में झांकी के पहुंचने पर सरकारी स्कूल तारागढ़, सरकारी स्कूल गहरी मंडी, सरकारी स्कूल लड़के जंडियाला और सरकारी कन्या स्कूल जंडियाला के प्रिंसिपलों, शिक्षकों और बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने झांकी का स्वागत किया और पंजाब की समृद्ध विरासत के बारे में जाना।

ईटीओ ने कहा कि पंजाब के गौरवशाली इतिहास को दर्शाती झांकियां पूरे राज्य में निकल रही हैं। उन्होंने बताया कि 16 फुट ऊंची, 14 फुट चौड़ी, 30 फुट लंबी, पंजाब की आजादी के इतिहास, नारी शक्ति और संस्कृति की बेहतरीन जानकारी से भरपूर ये झाकिया जिले के महत्वपूर्ण स्थानों से होकर गुजरेंगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर पंजाब की झांकी को शामिल न करके पंजाब के साथ भेदभाव किया है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में सबसे ज्यादा कुर्बानियां पंजाबियों ने दी हैं और सबसे ज्यादा फांसी के फंदे भी पंजाबियों ने ही चूमे हैं।

कैबिनेट मंत्री ईटीओ ने कहा कि इन तस्वीरों में जलियां वाले बाग की घटना के अलावा शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा, शहीद उधम सिंह, बाबा सोहन सिंह भकना, लाला लाजपत राय, शहीद सुखदेव को दर्शाया गया है।

लाला हरदयाल, सरदार अजीत सिंह, बाबा खड़क सिंह, मदन लाल ढींगरा, डॉ. दीवान सिंह कालेपानी जैसी महान हस्तियों के चित्र शामिल हैं।

इसी प्रकार, दूसरी झांकी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण पर जोर देने के लिए प्रसिद्ध सिख महिला माई भागो जी की एक बड़ी प्रतिमा प्रदर्शित की गई है।

इसी तरह माई भागो आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट फॉर गर्ल्स ने उन महिलाओं की तस्वीरें दिखाई हैं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में प्रसिद्धि हासिल की है। जबकि तीसरी झांकी के जरिए पंजाब की समृद्ध विरासत और संस्कृति की झलक पेश की गई है।

इस अवसर पर बोलते हुए हलका विधायक मैडम जीवनजोत कौर ने कहा कि पंजाब देश को खाद्य सुरक्षा में आत्मनिर्भर बनाने के अलावा आजादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा शहादत देने वाले लोगों की धरती है और इसकी झांकी को परेड में शामिल किया जाना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि केंद्र ने हमेशा पंजाब के साथ भेदभाव किया है। झांकियां देखने के बाद लोगों ने पंजाब सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार द्वारा की गई यह पहल बेहद सराहनीय है।

जिससे उन्हें गौरवशाली इतिहास और समृद्धता के बारे में और करीब से जानने का मौका मिला है। पंजाब की विरासत और स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों का योगदान है।

उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल हमारे युवाओं को पंजाब की समृद्ध विरासत और स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों की भूमिका से अवगत कराने में एक मील का पत्थर साबित होगी।