अमित शाह आज कर्नाटक में भाजपा नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर करेंगे चर्चा

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के साथ बैठक के दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार कर सकते हैं।

पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने बताया कि बैठक में जनता दल (सेक्यूलर) और भाजपा के कार्यकर्ताओं तथा नेताओं के बीच जमीनी स्तर पर उचित समन्वय करके एक साथ चुनाव लड़ने पर चर्चा हो सकती है। इसमें क्षेत्रीय दल को दी जाने वाली सीट की संख्या पर भी विचार किया जा सकता है।

शाह आज मैसुरु पहुंचे और उनका प्रदेश भाजपा की कोर समिति के सदस्यों और पार्टी की मैसुरु इकाई के नेताओं के साथ बैठकों में भाग लेने का कार्यक्रम है।

उनके सुत्तूर जात्रा (मेला) में भाग लेने के लिए मैसुरु के समीप सुत्तूर जाने और चामुंडा पर्वत पर स्थित चामुंडेश्वरी मंदिर के दर्शन करने की भी संभावना है।

विजयेंद्र ने कहा, ‘‘बैठक में मैसुरु, मांड्या, हासन और चामराजनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के 120 नेता भाग लेंगे। साथ ही प्रदेश भाजपा की कोर समिति के साथ भी बैठक होगी, जहां आगामी लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने पर चर्चा होगी।’’

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि भाजपा और जद(एस) को एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने के साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जमीनी स्तर पर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कोई दिक्कत न हो और बैठक में इस पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रत्येक सीट पर जीत दर्ज करने के उद्देश्य से रणनीति बनाएंगे और अमित शाह का मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे, जिन्हें चुनावी चाणक्य भी कहा जाता है।’’

भाजपा और जद(एस) ने कर्नाटक में गठबंधन किया है तथा आगामी आम चुनाव एक साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है। दोनों दलों के बीच सीट के बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है।

भाजपा ने 2019 के चुनाव में कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीट में से 26 पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस और जद(एस) ने एक-एक सीट हासिल की थी।

लोकसभा चुनाव से पहले मैसुरु भाजपा की इस तरह की पहली बैठक से जुड़े एक प्रश्न पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इसमें कुछ भी खास नहीं है और भाजपा तथा जद(एस) राज्य में सभी निर्वाचन क्षेत्रों में जीतने के लिए रणनीति बना रही हैं। मैसुरु मुख्यमंत्री सिद्दरमैया का गृह जिला है।

अमित शाह 28 दिसंबर को तेलंगाना में भाजपा की बैठक में होंगे शामिल

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 28 दिसंबर को यहां होने वाली भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की राज्य स्तरीय बैठक में शामिल लेंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष रेड्डी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बातचीत के दौरान विश्वास जताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को राज्य में दो अंक वाली संख्या में सीट मिलेंगी। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा को तेलंगाना में 19 फीसदी मत प्रतिशत के साथ चार सीट मिली थीं।

रेड्डी ने कहा, ‘‘ पार्टी को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करने हेतु 28 दिसंबर को एक बैठक होगी जिसमें पार्टी के मंडल अध्यक्ष और राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग, बंदी संजय कुमार और सुनील बंसल भी शामिल होंगे। ’’

उन्होंने कहा कि बैठक में चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के उद्देश्य से अगले 90 दिनों की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी को अपेक्षित नतीजे भले ही नहीं मिले, लेकिन सीट संख्या बढ़ी है और मत प्रतिशत दोगुना हो गया है।

उनके मुताबिक, तेलंगाना में लोगों के बीच भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में जनाधार बन रहा है और इस बारे में चर्चाएं हो रही हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने पहले दावा किया था कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के लिए सेमीफाइनल होंगे और लोगों ने भाजपा के पक्ष में उत्कृष्ट परिणाम देकर इसका जवाब दिया है।

रेड्डी ने उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी चुनावी हैट्रिक बनाते हुए एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। ’’

अमित शाह ने कश्मीर के शारदा मंदिर में नवरात्रि पूजा की प्रशंसा की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कश्मीर स्थित शारदा मंदिर में हुई नवरात्रि की पूजा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह घाटी में शांति लौटने को दर्शाता है। कश्मीर के शारदा मंदिर में 1947 के बाद पहली बार शारदीय नवरात्रि पर पूजा अर्चना की गई।

शाह ने कहा कि मंदिर में पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ज्योति के फिर से प्रज्वलित होने का प्रतीक है।

कश्मीर के टीटवाल में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक नवनिर्मित शारदा मंदिर में सोमवार को नवरात्रि पर पूजा हुई। इस मंदिर का उद्घाटन इसी साल 23 मार्च को गृह मंत्री शाह ने किया था। मंदिर को उसी स्थान और शैली में बनाया गया है, जहां भारत के विभाजन से पूर्व मौजूद था। शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘यह आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है कि 1947 के बाद पहली बार नवरात्रि पूजा इस साल कश्मीर के ऐतिहासिक शारदा मंदिर में हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले, इस साल मंदिर में चैत्र नवरात्रि पूजा हुई थी और अब शारदीय नवरात्रि पूजा के मंत्र दोबारा मंदिर में सुनाई दे रहे हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि 23 मार्च 2023 को मंदिर के पुनर्निर्माण के बाद उद्घाटन करने का मौका मिला।’’

शाह ने कहा, ‘‘यह न सिर्फ घाटी में शांति की वापसी का द्योतक है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ज्योति के पुन: प्रज्वलित होने का प्रतीक है।’’मंदिर में हुई पूजा में पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

बच्चों में कुपोषण, स्कूली बच्चों की पढ़ाई बीच में छोड़ने की समस्या से प्राथमिकता से निपटें : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को मध्य क्षेत्रीय परिषद के राज्यों से बच्चों में कुपोषण और स्कूली बच्चों की पढ़ाई बीच में छोड़ने की दर (ड्रॉप आउट दर) जैसी समस्याओं को प्राथमिकता से लेने का आहवान किया।

ऋषिकेश के निकट टिहरी जिले के नरेंद्रनगर में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 24 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए शाह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए एक महत्वपूर्ण कदम के तहत किसानों से 100 प्रतिशत दलहन, तिलहन और मक्का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नाफेड द्वारा खरीदा जाएगा ।

उन्होंने कहा कि लाख उत्पादन को पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे जिससे लाख उत्पादन से जुड़े किसानों को लाभ होगा।

शाह ने सहकारिता, कुपोषण तथा स्कूली बच्चों की पढ़ाई बीच में छोड़ने की दर जैसे मुद्दों को प्राथमिकता से लेने और सभी सदस्या राज्यों से इसपर विशेष ध्यान देने को कहा।

उन्होंने बच्चों में कुपोषण समाप्त करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, ‘‘इस समस्या को पूरी संवेदनशीलता के साथ दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है।’’ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा सहकारी संघवाद की भावना को मजबूत करने पर बल दिया है जिसके तहत क्षेत्रीय परिषदों ने समस्याओं का समाधान निकालने, वित्तीय समावेशिता बढ़ाने और नीतिगत बदलावों में ‘कैटेलिस्ट’ की भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि इन राज्यों ने मोदी के ‘टीम इंडिया’ की अवधारणा को जमीन पर उतारा है।

बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू तथा अनेक केंद्रीय और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।