पंजाब और हरियाणा में घटा पराली जलाने का मामला , “पराली किसानों के लिए एसेट बनेगी”

पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामलो में कमी आई है . पंजाब में जहां पराली जलाने के मामलों में 30 प्रतिशत की कमी आई है तो वहीं हरियाण में 40 प्रतिशत तक की कमी आई है .

“पराली लोगों के लिए एसेट बनेगी”- CM भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोहाली में पंजाब पॉल्यूशन बोर्ड और कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट द्वारा आयोजित ‘पराली एक पूंजी’ समारोह के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि “पराली लोगों के लिए एसेट बनेगी”. बतादें कि इस कार्यक्रम में भगवंत मान के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केन्द्रीय श्रम एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी मौजूद रहे।

“पराली और पानी” समय की मांग है- CM मनोहर लाल

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि पराली और पानी समय की मांग है। सरकार हर तरह से पराली जलाने की वजह उससे आर्थिक लाग दिलवाने की कोशिश करेगी जिससे कि किसानों को फायदा और आर्थिक लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में 40 प्रतिशत की कमी आई है।

पराली का इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है ?

पंजाब में पराली का उपयोग कई तरह से किया जा रहा है . एक जर्मन कंपनी एक लाख मीट्रिक टन से अधिक पराली की खपत सीएनजी बनाने के लिए कर रही है . जर्मन कंपनी ने 47 हजार एकड़ खेतों में पराली को आग लगाने की समस्या खत्म कर दिया है . तो कई कंपनी इसका उपयोग ईंधन के तौर पर तो कोई चारे के तौर पर कर रही है। ऐसे में पराली लोगों के लिए एक लायबिलिटी की बजाए एसेट के तौर पर बदल रही है।