2019 से पहले विरोध प्रदर्शनों के केंद्र के रूप में श्रीनगर के लाल चौक को जाना जाता था। यहां पर लगा क्लॉक टावर यानी घंटा घर पहले सिर्फ प्रदर्शनों का ही साक्षी रहा है। लेकिन आज ये क्लॉक टावर शांति का प्रतीक बनकर उभरा है।
आज ये जगह पर्यटकों और लोगों से गुलजार है, पर्यटक सेल्फी लेने और शाम को परिवारों के साथ समय बिताने के लिए यहां पर आते हैं।
श्रीनगर के निवासी, व्यापारी और पर्यटक इलाके में बदलाव का मानते हैं और इसको लेकर सरकार की पहलो को धन्यवाद भी देते हैं। क्लॉक टावर में अब जीपीएस सिंक्रोनाइज्ड घड़ी है, फुटपाथ साफ और चौड़े हैं। साथ ही लोगों के बैठने की भी पर्याप्त व्यवस्था है।
रात में भी गुलजार दिखने वाला लाल चौक का क्लॉक टावर अब ‘नए कश्मीर’ का पता है।