श्रीलंका में जारी राजनीतिक संकट के बीच भारत ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए है और स्थिति के लोकतांत्रिक तरीके से जल्द सामान्य होने को लेकर आशान्वित है। वहीं, भारत की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ कर जाने में उसकी कोई भूमिका नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरूवार को कहा कि श्रीलंका के लोगों को आगे बढने तथा समाधान तलाशने की जरूरत है और भारत श्रीलंका के लोगों को हर संभव सहयोग देने को तैयार है।
श्रीलंका से संबंधित सवालों के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि क्षेत्र सभी देशों में शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करना भारत की पड़ोसी पहले की नीति और सागर सिद्धांत का महत्वपूर्ण पहलू है और श्रीलंका के मामले में भी यही बात लागू होती है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत के श्रीलंका के साथ निकटवर्ती संबंध हैं और श्रीलंका के लोगों के समक्ष उत्पन्न चुनौती से निपटने में मदद के लिए भारत ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। अरिंदम बागची ने कहा कि हम श्रीलंका के लोगो के साथ खड़े हैं।