अदालत के स्पष्ट आदेश के अगले दिन ही तृणमूल नेता शेख शाहजहां को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया गया. वह 55 दिनों से फरार था. पांच जनवरी को ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद से पुलिस उसे तलाश रही थी. वहीं, गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने टीएमसी नेता को 10 दिन की पुलिस हरासत में भेज दिया है.
यही लोकतंत्र है – राज्यपाल बोस
वहीं, टीएमसी नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैंने आपसे कहा था कि सुरंग के अंत में रोशनी होगी. यही लोकतंत्र है. हमने इंतजार किया लेकिन यह हो गया. यह सभी के लिए एक सबक है. अब, आशा करते हैं कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की एक नई सुबह वापस आएगी.
आपसी समायोजन है गिरफ्तारी
बताया जा रहा है कि 10 मार्च को उन्हें फिर से अदालत में पेश किया जाएगा. बता दें कि शाहजहाँ को पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस साल की शुरुआत में जनवरी में छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारियों पर कथित हमले के मामले में गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया था. विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि यह गिरफ्तारी नहीं है, यह आपसी समायोजन है. जब तक केंद्रीय एजेंसियां उसे अपनी हिरासत में नहीं लेतीं, वहां के लोगों को न्याय नहीं मिलेगा.