देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप, कब मिलेगी राहत?

देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप, कब मिलेगी राहत?

देश के कई राज्य गर्मी से उबल रहे हैं। राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सूर्यदेव का प्रचंड अवतार देखने को मिल रहा है। देश के कई ह‍िस्‍सों में पारा 45 डिग्री के पार जा चुका है।

मौसम विभाग के मुताबिक बीते 2 दिनों तक राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी और एमपी के पश्चिमी हिस्सों में 43 से 47 डिग्री सेल्सियस तक रहा है।

वहीं उत्तराखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ के ज्यादातर हिस्सों में पारा 40 से 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। गर्मी का आलम ये है कि एसी-कूलर भी फेल नजर आ रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक साल 1901 के बाद इस साल यानी 2024 में इतनी ज्यादा गर्मी पड़ रही है। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि अबकी इतनी गर्मी क्या पड़ रही है।

जिसकी वजह है जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है, तो चलिए सबसे पहले आपको बताते हैं कि इस बार ये राज्य गर्मी की तपिश में इतने ज्यादा क्यों झुलस रहे हैं।

आईएमडी ने कहा है कि तापमान में बढ़ोतरी का मुख्य कारण प्रशांत महासागर में अल नीनो का कमजोर है। अब आप सोच रहे होंगे कि अल नीनो क्या होता है। दरअसल जलवायु का एक प्राकृतिक पैटर्न है।

जो मध्य और पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में घटता है। इस दौरान समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। इसकी वजह से प्रशांत महासागर की सतह पर बहने वाली हवा और पानी के पैटर्न में बदलाव हो जाता है।

अलनीनो का असर किसी साल ज्यादा होता है तो किसी साल कम, इस साल हीटवेव और ज्यादा गर्मी पड़ने की एक वजह इसे भी माना जा रहा है।

दूसरी वजह ये भी है कि दक्षिण भारत के राज्य आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना के ऊपर एंटी साइक्लोन सिस्टम एक्टिव है।

जमीन से करीब 3 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक्टिव यह सिस्टम करीब 1000 KM से 2000 KM तक फैला है। यह एंटी साइक्लोन गर्म होकर ऊपर उठने वाली हवा को वापस जमीन की तरफ धकेलता है।

इसकी वजह से देश के कई राज्यों में हीटवेव की स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा अफगानिस्तान और पाकिस्तान से भारत की ओर आने वाली गर्म हवाएं भी समूचे उत्तर भारत में तापमान बढ़ा रही है।

चलिए अब बताते हैं कि आपको इस भीषण गर्मी और गर्म हवा के थपेड़ों से कब राहत मिलेगी। तो आपको बता दें कि बारिश होने पर ही हीटवेव या गर्मी से राहत मिलेगी।

मानसूनी हवा देश के जिस-जिस हिस्से से मूव करती है। वहां हीटवेव और गर्मी से राहत मिलती है। मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामनी का कहना है कि 20 जून के आस-पास मानसूनी हवा मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली या आसपास के राज्यों में पहुंचती है।

कई बार मानसूनी हवा अपने समय से कुछ दिन लेट भी पहुंचती है। रिपोर्ट के मुताबिक, मौसम विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों तक इन राज्यों में गर्मी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है।