विधानसभा चुनाव के लिए पंजाबी समुदाय ने मांगा अपना प्रतिनिधित्व

विधानसभा चुनाव के लिए पंजाबी समुदाय ने मांगा अपना प्रतिनिधित्व

एमएच वन ब्यूरो, चंडीगढ़:

हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनेताओं के साथ सामाजिक और सोशल संस्थाएं भी एक्टिव हो गई है। हर कोई राजनीतिक दलों से अपनी-अपनी हिस्सेदारी मांग रहा है।

इसी कड़ी में हरियाणवी-पंजाब वेलफेयर सभा ने भी राजनीति में अपनी बिरादरी के लिए हिस्सेदारी की मांग की है। सभा के हरियाणा के कार्यकारी अध्यक्ष संत कुमार टूटेजा ने बताया कि उनकी सभा शुरू से ही पंजाबियों की एकता के लिए मजबूती से कार्य कर रही है।

उनसे पहले एसी चौधरी सभा के अध्यक्ष थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते वह पिछले कुछ समय से सभा को ज्यादा समय नहीं दे पा रहे थे, जिस कारण उनकी नियुक्ति की गई है।

फतेहाबाद से संबंधित टूटेजा संघर्षशील होने के साथ ही पूरी तरह से पंजाबी समुदाय के लिए खुद को समर्पित कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से पंजाबी समुदाय को दो टिकट दी गई थी, जिसके वह उनका आभार व्यक्त करते है।

साथ ही उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में जो भी राजनीतिक दल पंजाबियों को मान-सम्मान के साथ अधिक टिकट देगा उनकी सभा उस दल को समर्थन देने पर विचार करेगी।

इसके लिए सभा की ओर से एक 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो एक महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। टूटेजा ने बताया कि बीते 3 दशक के दौरान आज तक केवल भजनलाल के समय में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा पंजाबियों को टिकट दी थी।

जिसके चलते पंजाबी बिरादरी के 15 विधायक चुनकर विधानसभा में पहुंचे थे और भजनलाल के शासन में ही 1991 से 1996 के दौरान हरियाणा में सबसे अधिक मंत्री पंजाबी समुदाय के बने थे।

हरियाणा में पंजाबी समुदाय को अपने हकों के प्रति जागरूक करने के लिए सभा की ओर से एक जागृति अभियान चलाया जाएगा और जुलाई के अंत में एक बड़ा पंजाबी सम्मेलन करवाया जाएगा।

जिसका स्थान बाद में तय किया जाएगा। हरियाणा के 25 पंजाबी बाहुल्य इलाकों में वह खुद भी दौरा कर समुदाय के लोगों को जागरूक करने का कार्य करेंगे।