पंजाब पुलिस ने यूपी और गुजरात से चल रहे अंतरराज्यीय फार्मा ड्रग कार्टेल का किया भंडाफोड़

पंजाब पुलिस ने यूपी और गुजरात से चल रहे अंतरराज्यीय फार्मा ड्रग कार्टेल का किया भंडाफोड़

गुजरात, पुलिस आयुक्त (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने रविवार को यहां कहा-मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर नशीली दवाओं के खिलाफ जारी युद्ध के बीच फार्मा ओपियोइड के खिलाफ एक बड़े खुफिया-आधारित ऑपरेशन में, पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश में स्थित फार्मा कारखानों से चल रहे अवैध ओपियोइड विनिर्माण और आपूर्ति इकाइयों के एक अंतरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।

यह घटनाक्रम अमृतसर सिटी पुलिस द्वारा अमृतसर के प्रिंस कुमार नामक एक स्थानीय ड्रग तस्कर की गिरफ्तारी के लिए की गई बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की एक महीने की लंबी सावधानीपूर्वक जांच के बाद आया, जिसे 14500 ट्रामाडोल गोलियों की बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया था।

सीपी अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह मेजर सिंह के निर्देशों पर नशीली गोलियां सप्लाई कर रहा था।

जिसने गोइंदवाल साहिब जेल से मोबाइल फोन का उपयोग करके उससे संपर्क किया था। पुलिस ने जेल के अंदर मेजर सिंह के पास से मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

मेजर सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया। उनके खुलासे के बाद बलजिंदर सिंह, आकाश सिंह, सुरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, सभी निवासी पट्टी, तरनतारन, हरिके के मोहर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया।

गुरप्रीत सिंह और मेजर सिंह ने खुलासा किया कि उन्हें फार्मा दवा की आपूर्ति कोसी कलां जिला मथुरा के सचिन कुमार से मिली थी। सचिन कुमार के पास यूपी के जिला हापुड में स्थित एलीकेम फार्म है।

सचिन कुमार की गिरफ्तारी के लिए डीसीपी इन्वेस्टिगेशन हरप्रीत सिंह मंढेर और एडीसीपी सिटी-3 अभिमन्यु राणा की देखरेख में CIA-1 की एक टीम को यूपी भेजा गया था।

सचिन कुमार की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ कि सचिन ने मनसा जेल में बंद कोसी कलां के योगेश कुमार रिंकू के साथ मिलकर एलीकेम फार्मा के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और पंजाब में नशीली गोलियां सप्लाई कर रहे थे।

पुलिस ने मनसा जेल के अंदर योगेश कुमार से मोबाइल फोन भी बरामद किया और उसे प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया। योगेश कुमार और सचिन ने खुलासा किया कि उन्हें अहमदाबाद, गुजरात स्थित ग्लॉस फार्मास्यूटिकल्स से फार्मा ओपिओइड की आपूर्ति मिल रही थी।

सचिन कुमार की मुलाकात दिल्ली में निर्माता मनीष और रेखा से हुई। उन्होंने अवैध रूप से फार्मा ओपिओइड को उत्तर प्रदेश के हापुड के रास्ते पंजाब भेजने की योजना बनाई।

उन्होंने एलीकेम फार्मा के नाम पर थोक इकाई के फर्जी दस्तावेज बनाए। निर्माताओं ने योगेश कुमार और सचिन की मिलीभगत से फार्मा ओपियोइड्स को हापुड़ भेजा। हापुड से खेप आगरा में आकाश को भेजी जाती थी जो आगे उसे अमृतसर भेजता था।

सीआईए-1 अमृतसर की पुलिस टीम ने एटीएस गुजरात के साथ संयुक्त ऑपरेशन में गुजरात के अहमदाबाद में ग्लॉस फार्मास्युटिकल पर छापा मारकर 14,72,220 नशीली गोलियां/कैप्सूल बरामद किए। दोनों निर्माताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने आकाश को भी आगरा से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 18000 नशीली गोलियां बरामद की हैं। इस मामले में अब तक पुलिस टीमें बारह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।

अमृतसर शहर के पुलिस स्टेशन डी डिवीजन में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 22 सी के तहत एक मामला एफआईआर नंबर 140 दिनांक 04.12.23 पहले ही दर्ज किया जा चुका था।