पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में चरणजीत सिंह द्वारा संचालित एक संगठित आपराधिक गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने उनके पास से 3 पिस्तौल और 1 डबल बैरल बंदूक सहित 4 हथियार और 26 जिंदा कारतूस बरामद किए। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि एक बड़ी सफलता में, AGTF पंजाब ने केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में चरणजीत सिंह द्वारा संचालित एक संगठित आपराधिक गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
सितंबर 2023 में यह गिरोह तरनतारन के गांव ढोटियां में एक बैंक को लूटने के असफल प्रयास में शामिल था, जिसमें आरोपी व्यक्तियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गया था।
गौरव यादव ने कहा कि 16 अप्रैल को चरणजीत सिंह उर्फ राजू शूटर के सहयोगियों ने उसे सिविल अस्पताल, तरनतारन से भगाने की साजिश रची थी। जहां उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपी हत्या के प्रयास, डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी जैसी संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। पंजाब पुलिस राज्य में संगठित अपराध को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इससे पहले 22 अप्रैल को, पंजाब पुलिस ने दो कार्टेल गुर्गों को पकड़ा और उनके पास से विभिन्न हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। आरोपियों की पहचान मलकीत सिंह नवाब और गमदूर सिंह विक्की के रूप में हुई।
एक्स पर एक पोस्ट में, पंजाब पुलिस के महानिदेशक ने कहा कि एसएएस नगर पुलिस ने मलकीत सिंह नवाब को गमदूर सिंह विक्की के साथ एक अंतरराज्यीय हथियार कार्टेल चलाते हुए पकड़ा और उनके पास से 6 पिस्तौल, 10 जिंदा कारतूस और 10 पिस्तौल मैगजीन बरामद कीं।
ट्वीट में कहा गया कि आरोपी मलकीत सिंह नवाब गोपी घनशामपुरिया और हैरी चट्ठा गैंग्स का सहयोगी और सदस्य है। इसके अलावा, डीजीपी ने कहा कि नवाब के खिलाफ पहले से ही लगभग 30 आपराधिक मामले दर्ज हैं, और कार्टेल से अब तक लगभग 100 अवैध हथियार बरामद किए गए हैं।