लुधियाना ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाला सरकार ने विजिलेंस को पूर्व मंत्री के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दी…

पंजाब के ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में घिरे पूर्व कांग्रेसी मंत्री भारत भूषण आशु की मुश्किलें बढ़ गई हैं। AAP सरकार ने विजिलेंस को आशू के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दे दी है। विजिलेंस ने सरकार से यह मांग की थी। आशू को ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाला में नामजद कर विजिलेंस ने 22 अगस्त को सैलून से गिरफ्तार किया था। 2 अगस्त को गिरफ्तार किए जाने के बाद से आशू मामले में अभी भी न्यायिक हिरासत में जेल में है। लुधियाना रेंज के SSP रविंदरपाल सिंह संधू ने कहा कि उन्होंने सरकार से पूर्व मंत्री आशू पर मुकदमा चलाने के लिए स्वीकृति के लिए आवेदन किया था, जो उन्हें प्राप्त हुआ। जिन आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने अदालत में चार्जशीट दायर की थी उनमें से 3 ठेकेदार और आढ़ती हैं और उनके लिए अभियोजन स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है।मामले में अब तक कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सतर्कता ब्यूरो ने पहले ही पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू के निजी सहायक आरके सिंगला, बर्खास्त उपनिदेशक खाद्य और नागरिक आपूर्ति, पंकज कुमार उर्फ ​​​​मेनू मल्होत्रा ​​​​और इंद्रजीत सिंह उर्फ ​​इंदी सहित तीन आरोपियों के खिलाफ अदालत में कार्यवाही शुरू कर दी थी।