प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में दिए थे तिरुचिरापल्ली के श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर से मिले उपहार

प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में दिए थे तिरुचिरापल्ली के श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर से मिले उपहार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तिरुचिरापल्ली श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर से लेकर आये उपहार अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में दिए थे।

ये उपहार श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर के पीठासीन देवता की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर अयोध्या ले जाने के लिए दिए गए थे।

इस भव्य आयोजन से 2 दिन पहले प्रधानमंत्री ने तिरुचिरापल्ली में मंदिर गये थे। श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर के मुख्य पुजारी सुंदर भतार ने मीडिया को बताया कि उपहारों में 2 रेशम की धोती और तीन रेशम की साड़ियां शामिल थी।

टोकरी में फल भी थे। आपसी रिश्ते को चिह्नित करने के लिए उपहार दिए गए थे। क्योंकि श्री रंगनाथ स्वामी भगवान राम के पारिवारिक वंश से हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने लाल दुपट्टे पर रखी चांदी की छतर भी उपहार में दी। वह छत्तर लेकर मंदिर के गर्भगृह के अंदर पहुंचे थे।

रामायण से जुड़े दक्षिण के मंदिरों के अपने दौरे को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने शनिवार को श्रीरंगम में श्री रंगनाथस्वामी और रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा की थी और रामेश्वरम ‘अग्नि तीर्थ’ समुद्र तट पर पवित्र स्नान किया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को श्रीरंगम में रामायण से जुड़े प्राचीन मंदिर श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की थी और विद्वानों से ‘कंब’ रामायण का पाठ सुना था।

प्रधानमंत्री मोदी तमिलनाडु के इस प्राचीन मंदिर में आने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने इस दौरान पारंपरिक परिधान ‘वेष्टि’ (धोती) और ‘अंगवस्त्रम’ (शॉल) धारण किया और भगवान विष्णु के मंदिर में पूजा-अर्चना की।

मोदी ने इस दौरान श्री रंगनाथस्वामी के दर्शन किए। उन्हें मंदिर के पुजारियों ने ‘सदरी’ प्रदान की थी। प्रधानमंत्री ने वैष्णव संत-गुरु श्री रामानुजाचार्य और श्री चक्रथाझवार को समर्पित कई ‘सन्नाधि’ में प्रार्थना की थी।

उन्होंने मंदिर में हाथी को भोजन देकर उसका आशीर्वाद भी प्राप्त किया था। मंदिर के इष्टदेव को तमिल में ‘रंगनाथर’ के नाम से जाना जाता है।

धार्मिक विद्वानों के अनुसार, श्रीरंगम में श्री रंगनाथस्वामी की मूर्ति भगवान विष्णु का एक रूप है जिसकी मूल रूप से पूजा भगवान राम और उनके पूर्वजों ने की थी।

अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की अगुवाई करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 11 दिवसीय अनुष्ठान शुरू किया था, जिसमें उन स्थानों का दौरा किया गया था जहां-जहां भगवान राम ने कदम रखे थे, जैसा कि महाकाव्य रामायण में वर्णित है।

प्रधानमंत्री के 11 दिवसीय अनुष्ठान में नारियल पानी और फलों से युक्त कठोर आहार का पालन करना, फर्श पर सोना और गायों को खाना खिलाना भी शामिल रहा।

उनकी यात्रा 12 जनवरी को महाराष्ट्र के नासिक में शुरू हुई, यहां उन्होंने रोड शो में हिस्सा लिया था। इसके बाद उन्होंने शहर के पंचवटी क्षेत्र में गोदावरी नदी के तट पर कालाराम मंदिर का दौरा किया था।