10 दिसंबर से लोगों को उनके दरवाजे पर मिलेंगी ये नागरिक केंद्रित सेवाएं: सीएम मान

10 दिसंबर से लोगों को उनके दरवाजे पर मिलेंगी ये नागरिक केंद्रित सेवाएं: सीएम मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को कहा कि लोगों को उनके दरवाजे पर नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार 10 दिसंबर को ‘भगवंत मान सरकार, तुहाड़े द्वार’ योजना शुरू करेगी।

मुख्यमंत्री ने श्री फतेहगढ़ साहिब और बस्सी पठाना सांझ केंद्रों का औचक निरीक्षण किया और कहा कि इस कदम का उद्देश्य लोगों को ये सेवाएं सुचारू और सुविधाजनक तरीके से प्रदान करना है।

उन्होंने कहा कि यह पहल डोर-स्टेप डिलीवरी (डीएसडी) के लॉन्च से सरकारी 2 नागरिक (जी2सी) सेवाओं तक परेशानी मुक्त और सीधी पहुंच प्रदान करेगी।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पहल सभी 43 महत्वपूर्ण जी2सी सेवाओं- जैसे जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, आय, निवास, जाति, पेंशन, बिजली बिल भुगतान और अन्य को सीधे राज्य भर के नागरिकों के दरवाजे तक पहुंचाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक समर्पित हेल्पलाइन नंबर 1076 पर कॉल करके और अपनी सुविधानुसार अपॉइंटमेंट निर्धारित करके सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि नागरिकों को आवश्यक दस्तावेजों, लागू शुल्क और सेवा का लाभ उठाने के लिए अन्य के बारे में सूचित किया जाएगा, साथ ही नागरिकों को आवश्यक दस्तावेजों की सूची और नियुक्ति की तारीख/समय के साथ एक एसएमएस प्राप्त होगा।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मचारी टैबलेट के साथ निर्धारित समय पर उनके घरों/कार्यालयों में जाएंगे और आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करेंगे, फीस जमा करेंगे और एक पावती रसीद देंगे। जिसके साथ नागरिक अपने आवेदन को ट्रैक कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना न केवल लोगों की सुविधा बढ़ाएगी बल्कि बिचौलियों की भूमिका भी खत्म करेगी। जिससे पारदर्शिता, दक्षता और नागरिक केंद्रित शासन आएगा।

उन्होंने कहा कि नागरिक 10 दिसंबर, 2023 से दोनों सेवा केंद्रों और समर्पित हेल्पलाइन नंबर 1076 के माध्यम से डीएसडी सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे अपने नियमित प्रशासनिक कार्य आसानी से कर सकें।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शहीदी जोर मेल के दौरान श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रतिवर्ष आने वाले हजारों तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विस्तृत व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने कहा कि यह पवित्र भूमि न केवल सिखों बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है क्योंकि वे सभी हर साल छोटे साहिबजादों और माता गुजरी को उनके शहीदी दिवस पर सम्मान देने के लिए यहां जुटते हैं।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी कि शहीदी जोर मेल के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं इस कार्य की निगरानी करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह समयबद्ध तरीके से पूरा हो।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पवित्र भूमि पर माता गुजरी जी के साथ-साथ साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की शहादत ने युगों-युगों तक पंजाबियों को अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया है।

उन्होंने कहा कि छोटे साहिबजादों ने छोटी उम्र में जो सर्वोच्च बलिदान दिया, उसकी विश्व इतिहास में शायद ही कोई मिसाल मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि हर साल शहीदी सभा के दौरान लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं, इसलिए राज्य सरकार इस शहर को पूरी तरह से नया रूप दे रही है।

उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थान पर आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार कर्तव्यबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक व्यवहार्य तंत्र स्थापित किया जाएगा कि किसी भी तीर्थयात्री को उनकी यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर का महीना, जिसमें गुरु गोबिंद सिंह जी का पूरा परिवार शहीद हो गया, पूरी मानवता के लिए शोक का महीना है।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार 20 से 30 दिसंबर तक कोई भी हर्ष और उल्लास का कार्यक्रम नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यह दशमेश पिता के परिवार द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान के प्रति राज्य सरकार की ओर से एक विनम्र श्रद्धांजलि होगी।