गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस के मौके पर पढ़िए क्यों सिखों के 9वें गुरु को जाना जाता था हिंद की चादर के नाम से

गुरु तेग बहादुर का आज शहीदी दिवस है। आज गुरु तेग बहादुर का शहादत दिवस 28 नवंबर को मनाया जा रहा है। वह सिखों के नौवें गुरु थे, जिन्‍हें 400 सालों के बाद भी ‘हिंद की चादर’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने हिंदू धर्म और कश्‍मीरी पंडितों की रक्षा के लिए खुद को कुर्बान कर दिया था। कहा जाता है इस्लाम स्वीकार न करने के कारण 1675 में मुगल शासक औरंगजेब ने उनका सिर कटवा दिया था, लेकिन औरंगजेब उनका सिर झुका नहीं पाया।

सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी विश्व के एकमात्र ऐसे धार्मिक महापुरुष हुए हैं, जिन्होंने किसी दूसरे धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए और इसलिए श्री गुरु तेग बहादुर जी द्वारा हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने के कारण इन्हें ‘हिंद दी चादर’ कहा जाता है।