अब कौन सा मुंह लेकर पंजाबियों के बीच जाएंगे सुनील जाखड़ : सीएम मान

अब कौन सा मुंह लेकर पंजाबियों के बीच जाएंगे सुनील जाखड़ : सीएम मान

सीएम मान ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा पंजाब की झांकी को रद्द करने के मुद्दे पर ‘सरासर सफेद’ झूठ बोलने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की कड़ी आलोचना की है।

रक्षा मंत्रालय ने किया स्पष्ट झांकी पर नहीं थी कोई तस्वीर

सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार का हमेशा एक ही तर्क रहा है कि जब मोदी सरकार ने पंजाब विरोधी भावना के कारण राज्य की झांकी को रद्द कर दिया, लेकिन जाखड केंद्र सरकार के इस कदम को सही ठहराने की कोशिश कर रहे है, जिसका कोई आधार नहीं है।

उन्होंने कहा कि जाखड़ ने यह कहकर राज्य के लोगों को गुमराह किया है कि राज्य सरकार के पोस्टरों को रद्द करने का कारण यह है कि उनमें मुख्यमंत्री की तस्वीरें है और यह पूरा बयान जाखड़ की कोरी कल्पना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब जब रक्षा मंत्रालय ने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि इस झांकी पर कोई तस्वीर नहीं थी, तो जाखड़ का झूठ बेनकाब हो गया है।

पंजाबियों के योगदान को नजरअंदाज कर रही है केंद्र सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस परेड के लिए डिजाईन की झांकी का उद्देश्य पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ शहीदों के बलिदान की परंपरा को दर्शाना है। केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने दोहराया कि सत्ता की भूखी केंद्र सरकार स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के अपार योगदान को नजरअंदाज कर रही है।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि भाजपा सरकार पंजाब को नीचा दिखाने के लिए गलत हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि शहादत और बलिदान पंजाब की गौरवशाली विरासत का हिस्सा हैं, जिसे पंजाब की झांकियों में दिखाया जाता रहा है।

पंजाब के हितों को नजरअंदाज कर रही मोदी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि झांकियों के देशभक्ति और प्रगतिशील विचारों को रद्द कर केंद्र सरकार ने महान देशभक्तों और राष्ट्र नायकों के बलिदान का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से जाखड़ जैसे नए बने ‘भक्त’ अपनी अंधीभक्ति में पंजाब के हितों को पूरी तरह से नजरअंदाज करके मोदी सरकार के तानाशाही कदमों को सही ठहरा रहे हैं।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब से संबंधित होने के बावजूद यह नेता अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए अपने हाईकमान के साथ मिलकर राज्य के योगदान को नजरअंदाज कर रहे है।