आईपीएल के जरिए एक दशक बाद कमेंट्री बॉक्स में वापसी करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू

आईपीएल के जरिए एक दशक बाद कमेंट्री बॉक्स में वापसी करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू

आईपीएल के जरिए लगभग एक दशक बाद कमेंट्री बॉक्स में वापसी करने के लिए तैयार भारत के पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि इस लीग से केवल भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों को भी अपनी टी-20 विश्व कप टीम के चयन में मदद मिलेगी।

इस 60 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर को कमेंट्री किए हुए काफी समय बीत चुका है। लेकिन सिद्धू कमेंट्री बॉक्स में अपनी वापसी से 3 दिन पहले हमेशा की तरह उत्साहित हैं।

सिद्धू ने कहा कि क्रिकेट मेरा पहला प्यार है। अगर आपका शौक आपका पेशा बन जाए तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। एक बत्तख का बच्चा कभी तैरना नहीं भूलेगा। मैं कमेंट्री में उसी तरह उतरूंगा जैसे मछली पानी में उतरती है।

सिद्धू ने कमेंट्री में अपनी खास पहचान बनाई थी। लेकिन इसके बाद वह राजनीति में व्यस्त हो गए थे। अब वह आईपीएल के साथ अपनी पुरानी पारी शुरू करने के लिए तैयार हैं। आईपीएल के तुरंत बाद जून में अमेरिका और वेस्टइंडीज में टी-20 विश्व कप खेला जाएगा।

सिद्धू ने कहा कि आईपीएल विश्व कप के लिए माहौल तैयार करेगा। इस दौरान कोई अन्य क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं होगा। दुनिया की नजरें आईपीएल पर टिकी रहेंगी।

इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने पर केवल भारत ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ी भी टी-20 विश्व कप के लिए अपनी टीम में जगह बना सकते हैं।

रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पिछले टी-20 विश्व कप के बाद इस प्रारूप में बहुत अधिक मैच नहीं खेले हैं। लेकिन उनकी आगामी विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुने जाने की संभावना है। सिद्धू ने इन दोनों का टीम में चयन का समर्थन किया।

उन्होंने कहा कि इन दोनों की वहां जरूरत पड़ेगी। वह क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ी हैं। फॉर्म सुबह की ओस की तरह होती है जो कुछ समय के लिए रहती है लेकिन कौशल हमेशा बना रहता है।

सिद्धू ने कहा कि मैं कोहली को भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों की सूची में शामिल करूंगा और इसका एकमात्र कारण उनकी फिटनेस है। उम्र बढ़ने के साथ वह अधिक फिट होते जा रहे हैं।

सिद्धू ने आगे कहा कि तकनीकी तौर पर कोहली शानदार बल्लेबाज हैं तथा तीनों प्रारूप में खुद को ढालने कि उनकी क्षमता अद्भुत है। यही बात रोहित पर भी लागू होती है।

सिद्धू ने भारतीय टीम के पिछले साल वनडे विश्व कप में प्रदर्शन के बारे में कहा कि विश्व कप में उन्होंने बहुत अच्छा खेल दिखाया। केवल एक मैच उनके अनुकूल नहीं रहा।

एक खराब मैच से टीम का भविष्य तय नहीं किया जा सकता है। मेरा मानना है कि भारतीय टीम लंबे समय तक राज करेगी। क्योंकि क्रिकेटरों को तैयार करने की प्रणाली बहुत अच्छी और अनुकूल है।

सिद्धू ने कहा कि हमारे समय में खराब फॉर्म के बावजूद खिलाड़ी को टीम में बनाए रखा जाता था। क्योंकि उसकी जगह लेने के लिए कोई नया खिलाड़ी तैयार नहीं रहता था।

अब हार्दिक पंड्या मुंबई इंडियंस में कप्तान के रूप में भारतीय कप्तान की जगह ले रहा है। क्योंकि उसने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। यह रोहित के लिए अपमानजनक नहीं है बल्कि यह एक सोची समझी प्रक्रिया है।

सिद्धू से पूछा गया कि क्या अपने जीवन के उथल-पुथल वाले दौर में उन्हें अपनी हास्य भावना से मदद मिली। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन का रहस्य यह है कि मैं किसी भी चीज को बहुत जल्दी आत्मसात कर लेता हूं।

राजनीति को छोड़ना मेरे लिए मुश्किल था लेकिन चमत्कारों की उम्र अभी समाप्त नहीं हुई है। मुश्किल काम जल्दी हो जाते हैं, असंभव काम में कुछ समय लगता है।

सिद्धू इससे पहले 1999 से लेकर 2014 तक कमेंट्री करते रहे थे। उन्होंने कहा कि मैंने क्रिकेट छोड़ने के बाद कमेंट्री अपनायी और मैं नहीं जानता था कि यह ऐसा कुछ है जिसे मैं कर सकता हूं।

शुरू में मैं बहुत ज्यादा आश्वस्त नहीं था। लेकिन विश्व कप के 10-15 दिन बाद सिद्धूनामा चल पड़ा। मैं उस डगर पर चला जिस पर कोई नहीं चला था। यह डगर सिद्धूनामा थी।

सिद्धू ने कहा कि एक पूरे टूर्नामेंट के लिए 60 से 70 लाख रुपए लेने के बाद आईपीएल में मैं प्रत्येक दिन के 25 लाख रुपए ले रहा हूं। संतुष्टि पैसे के कारण नहीं थी, संतुष्टि इस बात को लेकर थी कि समय बीत जाएगा।