नवीन जिंदल पर सुशील गुप्ता का करारा हमला, कहा शराब का अवैध धंधा करने वालों के साथ नवीन जिंदल की मित्रता

नवीन जिंदल पर सुशील गुप्ता का करारा हमला, कहा शराब का अवैध धंधा करने वालों के साथ नवीन जिंदल की मित्रता

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर नशे के मुद्दे पर हरियाणा सरकार को घेरा।

उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी के बेटे विकास सहारण, धर्मपाल गुप्ता, व्यापारी नेता महावीर कंप्यूटर और जोरावर सकाड़ी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि कलायत में लगातार नशा बढ़ रहा है।

नशे से हो रही मौत थम नहीं रही हैं। क्या सत्ता में बैठे लोग इसकी जिम्मेदारी लेंगे? ऊपर से नीचे तक नशे की चैन बन गई है, संयोजित तरीके से नशा सप्लाई किया जा रहा है।

कलायत की गली गली में हेरोइन, स्मैक, चरस, सुल्फ़ा, गंजा , अफ़ीम, कोकेन और मॉर्फ़िन खुले आम बिक रहा है। जिसकी जिम्मेदार भाजपा सरकार है। लगातार ये सवाल उठ रहे हैं कि अवैध शराब की फैक्ट्रियों में किस किस नेता की भागीदारी है।

जहरीली शराब पीने से 50 से ज्यादा मौत हो चुकी हैं, लेकिन आज तक दोषियों को नहीं पकड़ा गया। बिना सरकार के संरक्षण के हरियाणा में नशा इतने बड़े पैमाने पर नहीं पहुंच सकता।

भाजपा को सबक सिखाएगी जनता

उन्होंने कहा कि भाजपा ने चंद पैसों के लालच में प्रदेश के युवाओं को नशे की दलदल में झोंक दिया है। पिछले 10 साल से प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है तो नशे की इतनी गंभीर हालत के लिए जिम्मेदार कौन है?

नवीन जिंदल ऐसी पार्टी का झंडा उठाकर घूम रहे हैं जिसने प्रदेश में नशे के कारोबार को बढ़ाया है और युवाओं को नशे की दलदल में फंसाया है। यदि कोई नकली शराब बनाने पर पकड़ा जाए तो इनके नेताओं के फोन आने पर छूट जाते हैं।

क्या नवीन जिंदल नशे के कारोबार को बढ़ाने वाली भाजपा सरकार से स्पष्टीकरण लेंगे? नवीन जिंदल आज नशा तस्करों के साथ चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जिस पार्टी ने युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी नवीन जिंदल उनके साथ खड़े हैं, जनता इनको सबक सिखाएगी।

उन्होंने कहा नवीन जिंदल ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा धर्मनगरी में सुनील नींबू वाला। जिसमें वो उनके पुराने मित्र सुनील नींबू वाले की मोटरसाइकिल पर बैठे दिखाई दिए।

लेकिन उसको सारा शहर जानता है कि वो सुनील खुर्दे वाला है और अवैध शराब का धंधा करता है। नवीन जिंदल उस शराब तस्कर की बाइक पर बैठकर युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं?

क्या नवीन जिंदल ये बताना चाहते हैं कि अपराधी प्रवृति के लोग अनेक चेले चपटे हैं? नवीन जिंदल बताए कि क्या उनकी दोस्ती के बाद उनके मित्रों से नशे का कारोबार शुरू किया।

मजद्दोरों को नहीं दिए पैसे

उन्होंने कहा कि नवीन जिंदल पिछले 10 साल जमीन पर होते तो उन्हें पल्लेदारी नहीं करनी पड़ती। वो बोरियां उठा रहे हैं तो किसानों के उठान के लिए भी एक ट्वीट कर दें जिनको भाजपा ने ठेका दे रखा है।

मैंने नवीन नवीन जिंदल से पूछा था कि जिस भाजपा ने उनपर 1 लाख 86 हजार करोड़ रुपए का कोयला चोरी का आरोप लगाया था वो सही था या झूठ? यदि सही था तो क्या नवीन जिंदल ने पैसे जमा करा दिए और झूठा था तो कहते क्यों नहीं झूठा था।

जिस पर नवीन जिंदल ने कोइ जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि नवीन जिंदल अब भी एक जगह से दूसरी जगह पर हेलिकॉप्टर से चल रहे हैं। नवीन जिंदल ने मजदूरों से झंडे लगवा लिए, लेकिन उनको पैसे नहीं दिए अब मजदूर कोस रहे हैं।

यदि पीएम मोदी नवीन जिंदल के प्रचार में आएंगे तो उनसे कुरुक्षेत्र लोकसभा की जनता पूछेगी कि कोयला घोटाले का क्या हुआ। अभय चौटाला नवीन जिंदल की मदद करने आए हैं, इसलिए विधायक लीलाराम के घर पर गुपचुप मीटिंग करते हैं और पूछते हैं कि आपकी किस प्रकार से मदद करूं।

किसान विरोधी है भाजपा

उन्होंने कहा कि नशा बंद करने के लिए शिक्षा अच्छी करनी पड़ेगी, युवाओं को रोजगार देना पड़ेगा और नशे के कारोबार करने वालों को सलाखों के पिछे डाल दिया जाएगा तो स्थिति सुधर जाएगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा किसान विरोधी है, ये किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी, आंदोलनजिवी और उपद्रवी कहते हैं। किसान जब पीएम मोदी को अपना वादा याद करवाने के लिए दिल्ली जा रहे थे तो हरियाणा सरकार ने उनके रास्ते में कीलें ठोक दी।

उन्होंने कहा कि भाजपा राज में महिलाओं पर लगातार अत्याचार बढ़ रहा है। पुलिस कस्टडी में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। अब भाजपा का ह्यूमन राइट कमीशन कहां गया।

भाजपा महिला यौन अपराधों के आरोपी को मंत्री बनाकर रखती है, महिला पहलवानों को सड़कों पर घसीटा गया, लेकिन आज तक सांसद बृजभषण शरण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया।

भाजपा के राज में हरियाणा अपराध की भेंट चढ़ता जा रहा है। इसके अलावा भाजपा सरकार में कर्मचारी भी परेशान है, कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रही। इसलिए मेरी जनता से अपील है कि इस बार बदलाव के लिए वोट करें।