दिल्ली में किसानों की महापंचायत आज, सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम

दिल्ली में किसानों की महापंचायत आज, सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के कार्यकर्ताओं का एक जत्था बुधवार को जगराओं रेलवे स्टेशन से दिल्ली महापंचायत के लिए रवाना हो गया है।

जिला सचिव इंद्रजीत सिंह धालीवाल, ब्लॉक अध्यक्ष तरसेम सिंह के नेतृत्व में जगराओं, सिधवांबेट, रायकोट ब्लॉक के गांवों से बड़ी संख्या में किसान आज दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित दिल्ली महापंचायत में भाग लेंगे।

स्थानीय रेलवे स्टेशन से ट्रेन में चढ़ने से पहले किसानों ने मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून को अल्पसंख्यक विरोधी कानून बताते हुए इसे रद्द करने की पुरजोर मांग की।

रछपाल सिंह डल्ला ब्लॉक सचिव, सर्बजीत सिंह धुरकोट ब्लॉक अध्यक्ष रायकोट ने कहा कि इस महापंचायत के माध्यम से मोदी सरकार के सामने किसान अपनी मांगें रखेंगे। इस समय परमिंदर सिंह पिक्का, कुंडा सिंह काउंके, सुरजीत सिंह दौधर, कुलविंदर सिंह बासुवाल आदि मौजूद रहे।

किसान महापंचायत में उम्मीद जताई जा रही है कि कई हजार लोग आएंगे। किसान महापंचायत का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक रखा गया है।

महापंचायत को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की टीमों को तैनात किया गया है। वहीं किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए देशभर के किसान पहुंच रहे हैं। जिसके चलते ट्रैफिक लगने की समस्या पैदै हो रही है।

किसानों ने युवा किसान शुभकरण की अस्थियों को लेकर हरियाणा समेत अन्य राज्यों में कलश यात्र निकालने का फैसला लिया है।

किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने आज कहा कि शहीद हुए युवा किसान शुभकरण की अस्थियों का कलश लेकर 15 मार्च को कलश यात्र निकाली जाएगी।

इस दौरान सरकार से पूछेंगे कि शुभकरण को क्यों शहीद किया? पंधेर ने कहा कि हरियाणा को खुली जेल बना दिया है।

दिल्ली के व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। पंधेर ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों का हल करना पड़ेगा। मांग पूरी होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।

वहीं किसान मजदूर एकता सिधू पुर के प्रधान जगजीत सिंह ढलेवाल ने कहा कि पिछले एक महीने से शांतीमय अंदोलन कर रहे किसानों पर अत्याचार कर लोकतंत्र की बात करने वाली सरकार खुद लोकतंत्र का कत्लेआम कर रही है।

उन्होंने कहा कि अंदोलन पंजाब में चल रहा है पर जहां-जहां भाजपा की सरकार है वहां-वहां हमारे समर्थकों को घरों में कैद किया जा रहा है।

दूसरे राज्यों में जो भी व्यक्ति अंदोलन की तरफ बढ़ता है उनको धमिकयां देने के साथ-साथ उन्हें कई प्रकार के नोटिस भेजे जा रहे हैं।