हरियाणा में जेजेपी और इनेलो भी नहीं दिखा पाई अच्छा प्रदर्शन

हरियाणा में जेजेपी और इनेलो भी नहीं दिखा पाई अच्छा प्रदर्शन

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : देश के दूसरे हिस्सों की तरह हरियाणा में भी बीजेपी उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाई, जैसे उम्मीद थी। हरियाणा में भी एग्जिट पोल के अनुमान के उलट परिणाम सामने आए है। बीजेपी जहां 10 से खिसककर 5 सीट पर पहुंच गई। वहीं, कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के साथ हरियाणा की सत्ता में रही जननायक जनता पार्टी बुरे हाल में पहुंच गई। पार्टी का एक भी प्रत्याशी 25 हजार के आंकड़े तक नहीं पहुंच पया। इसी प्रकार से इनेलो का भी कोई प्रत्याशी एक लाख के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। खुद अभय चौटाला भी 78708 वोट ही हासिल कर पाए।

हरियाणा की राजनीति में कभी हनक के साथ रहने वाला चौटाला परिवार इस चुनाव में कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाया। देवीलाल के नाम पर राजनीति करने वाले इंडियन नेशनल लोकदल और जननायक जनता पार्टी दोनों ही पार्टियां का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।

जननायक जनता पार्टी की बात की जाए तो सिरसा और हिसार सीट को छोड़ दें तो पार्टी प्रत्याशी कहीं पर भी 15 हजार का आंकड़ा नहीं छू पाए। सिरसा में जेजेपी प्रत्याशी 20080 और हिसार में 22032 वोट ही हासिल कर पाए। इसी प्रकार से सोनीपत में 7820, अंबाला में 6016, रोहतक में 6202, फरीदाबाद में 5361, कुरुक्षेत्र में 6182, करनाल में 11349, भिवानी में 15076 और गुरुग्राम में 13214 वोट ही हासिल कर पाए।

एक लाख तक नहीं पहुंच पाया कोई इनेलो प्रत्याशी

किसी समय सत्ता के केंद्र की धुरी रहने वाली इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी भी इस चुनाव में कोई खास छाप नहीं छोड़ पाए। खुद अभय चौटाला भी एक लाख के आंकड़े को छू नहीं पाए। यहां सिरसा में इनेलो प्रत्याशी 92453 वोट ही हासिल कर पाए, जबकि कुरुक्षेत्र से अभय चौटाला 78708 वोट ही ले पाए। इसी प्रकार से हिसार में 22303, सोनीपत में 11523, अंबाला में 8837, फरीदाबाद में 8085 और गुरुग्राम में 4897 वोट ही हासिल कर पाए।

तीन स्थानों पर नहीं उतारे उम्मीदवार

इनेलो की बुरी स्थिति का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीन स्थानों पर पार्टी की ओर से कोई प्रत्याशी ही चुनावी मैदान में नहीं उतारा गया था। इनेलो की ओर से रोहतक, करनाल और भिवानी में किसी भी प्रत्याशी को चुनावी मैदान में नहीं उतारा गया था।

जेजेपी प्रत्याशी से ज्यादा नोटा को वोट

जेजेपी की खराब स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद में जेजेपी प्रत्याशी से ज्यादा वोट नोटा को हासिल किए। यहां जेजेपी प्रत्याशी को 5361 वोट मिले, जबकि नोटा में 6821 वोट पड़े।