जम्मू-कश्मीर: Pak रेंजर्स की गोलीबारी में शहीद हुए BSF के जवान ने LOC पर दर्जनों सैनिकों की जान बचाई थी

जम्मू में बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा बिना उकसावे की गोलीबारी में शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हेड कांस्टेबल लाल फाम कीमा एक ‘निडर’ सैनिक थे, जिन्होंने एक बार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब एक आतंकवादी रोधी अभियान के दौरान अपने दर्जनों साथियों की जान बचाई थी।

उस अभियान को याद करते हुए कीमा के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) ने एक भावनात्मक पोस्ट लिखा, जिसे बीएसएफ के कई अधिकारियों ने सोशल मीडिया मंचों पर साझा किया।

आइजोल के रहने वाले हेड कांस्टेबल कीमा 1996 में सीमा सुरक्षा बल में शामिल हुए थे और वर्तमान में बीएसएफ की 148वीं बटालियन में तैनात थे, जिसे अंतरराष्ट्रीय सीमा की हिफाजत का जिम्मा सौंपा गया है।

पोस्ट के मुताबिक, घर के अंदर से धुंआ निकल ही रहा था कि बीएसएफ की टीम उसमें घुस गई और तीन आतंकियों को मृत पाया।

पोस्ट में पूर्व सीओ ने कहा कि तभी अचानक जोर से चिल्लाने की आवाज आई कि ‘तुम साला पिन निकलेगा।’ इसके बाद एलएमजी से जोरदार गोलीबारी हुई और सभी खुद को बचाने के लिए छिपने लगे।