J & K : अरनिया में पाकिस्तान द्वारा किए गए सीजफायर उल्लंघन के बाद मजदूरों की भारी कमी, किसानों की बढ़ी मुश्किलें

जम्मू कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास जमीन रखने वाले किसानों को हाल ही में सीमा पार से गोलीबारी की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही फायरिंग की वजह से इलाके के किसानों को बासमती चावल की फसल के लिए मजदूरों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।

कटाई में हो रही देरी को लेकर किसानों ने प्रशासन के सामने चिंता जताई थी। इसके बाद प्रशासन ने फसल काटने के लिए इलाके में मैकेनिकल कंबाइन हार्वेस्टर भेजे।

पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी 2021 के बाद से पहला बड़ा सीजफायर उल्लंघन है। पाकिस्तान की तरफ से आर. एस. पुरा सेक्टर के अरनिया इलाके में गुरुवार रात करीब आठ बजे फायरिंग शुरू हुई और करीब सात घंटे तक चली जिसमें बीएसएफ के दो जवान और एक महिला घायल हो गई।

किसान राम सिंह का कहना है कि सीमा पार से लगातार हो रही फायरिंग की वजह से खेत में काम करने वाले मजदूरों की संख्या कम हो गई है क्योंकि ज्यादातर मजदूर जम्मू कश्मीर से बाहर से आते हैं।

उनकी तरह, एक और किसान ने कहा कि उन्होंने मजदूरों से काम पर वापस आने और अपने खेतों की कटाई का काम पूरा करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने वापस आने से इनकार कर दिया।

अरनिया और आर. एस. पुरा सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास अलग-अलग जगहों पर रहने वाले परिवार मजदूरों की कमी के बाद खुद ही अपने खेतों में कटाई में जुटे हैं।

प्रशासन की तरफ से भेजे गए हार्वेस्टरों की मदद से कटाई का काम किया जा रहा है।