पाकिस्तान हो या चीन. दोनों से आने वाले खतरों का सामना करने के लिए भारतीय नौसेना जंगी जहाज पूरी तरह से तैयार है. दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में इंडियन नेवी की गिनती होती है.
तो वहीं इंडियन नेवी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से कदम उठा रही है. भारतीय सेना लगातार अपनी सैन्य क्षमता खासकर समुद्री ताकत बढ़ाने की कोशिश में जुटी हुई है तो अब वहीं हिंद महासागर में चीन की बढ़ती घुसपैठ को करारा जवाब देने के लिए आईएनएस इंफाल तैयार है.
नौसेना को हवाई हमले से निपटने में देगा मजबूती
बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल 90 डिग्री घूमकर हमला कर सकता है. INS इम्फाल मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में इसे इंडियन नेवी में कमीशन किया जाएगा. यह युद्धपोत हिंद महासागर में भारतीय नौसेना को किसी भी हवाई हमले से निपटने में मजबूती देगा.
इंफाल युद्धपोत की जो एक और खास बात है कि इसमें स्टेट ऑफ द आर्ट सेंसर लगाए गए हैं. इसका फायदा ये है कि इससे दुश्मन के हथियारों का पता लगाना संभव है. आईएनएस इंफाल सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है. यह युद्धपोत पूरी तरह से भारत में तैयार किया गया है.
ये है INS Imphal की खासियतें
- 57 फीट ऊंचाई, 535 फीट लंबाई, 7400 टन वजन
- इंफाल 56 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से चल सकता है. एंटीशिप सेंसर्ड मिसाइल, सर्विलांस राडार
- 4 टॉरपीडो ट्यूब्स, 76MM रैपिड माउंट गन
- 75% हिस्सा स्वदेशी, स्टील DMR 249A से बना
- 42 दिन समुद्र में रह सकता, 300 सैनिक तैनात हो सकते
- 32 बराक, 8 मिसाइल, 16 ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल
- 2 ध्रुव और सी-किंग हेलिकॉप्टर, 2 एंटी सबमरीन