हिमाचल प्रदेश में दुग्ध उत्पादकों की बढ़ेगी इनकम, प्रदेश में गठन होगी तीन स्तरीय दुग्घ सोसाइटियां

भारत एक कृषि प्रधान देश है, और दूध उत्पादन में वैश्विक स्तर पर भारत नंबर वन है. अभी भारत वैश्विक स्तर पर कुल दूध उत्पादन का 22 प्रतिशत उत्पादन करता है. वहीं अमेरिका दूसरे स्थान पर है. लेकिन दूध उत्पादकों की समस्याऐं भी अपनी है. दिनों दिन पशुओं की चारा की किमतों में बेतहासा वृद्धि हो रही है. कभी कभी बिमारियों से पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. लेकिन फिर भी कुछ राज्य है जो सोसायटी के माध्यम से किसानों की आमदनी बढ़ाने में उनका सहयोग कर रहें है. पंजाब और गुजरात में तीन स्तरीय दुग्ध सोसायटियां है जो कि किसानों की मदद कर रही है. कुछ इसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में दुग्ध उत्पादक सोसायटियां काम करेंगी, ताकि बाजार की चुनौतियों का सामना किया जा सके. राज्य में अभी दो स्तरीय सोसायटियां काम करती है जो ग्राम और प्रदेश स्तर पर है. लेकिन राज्य का लक्ष्य इन्हें तीन स्तर तक करने का है. राज्य का एक दल पंजाब और गुजरात का दौरा करके आया है. अब प्रदेश में भी तीन स्तरीय ग्राम, जिला और राज्य स्तर पर सोसायटियां काम करेंगी.