हरियाणा खेल विभाग ने 18 जिलों में बने करीब 900 ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की सूची अपनी वेबसाइट पर डालकर सार्वजनिक कर दी है। अब प्रदेश का कोई भी व्यक्ति एक सप्ताह तक इन सर्टिफिकेट पर अपनी आपत्ति जता सकता है। हालांकि, विभाग ने उन खिलाड़ियों को अंतिम मौका दिया है, जिन्होंने गलत प्रमाण पत्र बनवाया है। वह विभाग के पास आकर खुद उसे वापस करा सकता है। अगर बाद में किसी खिलाड़ी का प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाता है तो न केवल उसका प्रमाण पत्र रद्द होगा, बल्कि उसके खिलाफ केस भी दर्ज कराया जाएगा।
ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनाने में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद विभाग ने यह फैसला लिया है। खेल विभाग ने नई खेल ग्रेडेशन नीति के तहत ग्रेडेशन सर्टिफिकेट (श्रेणी प्रमाण-पत्र) को विभाग की वेबसाइट पर 18 जिलों के सर्टिफिकेट की सूची डाली है।
ग्रुप डी की भर्ती में फर्जी प्रमाण पत्र आए थे सामने
2018 में ग्रुप डी की भर्ती में हुए ग्रेडेशन सर्टिफिकेट फर्जीवाड़ा सामने आया था। काफी संख्या में युवाओं ने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पा ली। विभाग ने अपने स्तर पर जांच कराई तो 2018 से 2021 तक विभाग की ओर से कुल 5627 प्रमाण पत्र जारी किए गए। इनमें से 2403 संदिग्ध पाए गए थे। बाद में इस मामले की जांच विजिलेंस को दी गई। जांच रिपोर्ट में असलियत सामने आएगी कि कितने खिलाड़ियों ने फर्जी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी पाई है।।
जिला प्रमाणपत्र
- रोहतक 190
- सोनीपत 97
- कैथल 92
- कुरुक्षेत्र 78
- करनाल 58
- महेंद्रगढ़ 54
- चरखी-दादरी 51
- पानीपत 48
- झज्जर 40
- रेवाड़ी 23
- पलवल 14
- फरीदाबाद 15
- अंबाला 11
- गुरुग्राम 10
- मेवात 10
- यमुनानगर 10
- पंचकूला 08