Gen Rawat’s Chopper Crash: CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर कैसे हुआ था हादसे का शिकार, वायुसेना ने बयान जारी कर बताया

भारतीय वायुसेना ने कहा है कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना (Mi-17 V5) में ‘ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ ने अपने प्रारंभिक निष्कर्ष सौंप दिए हैं, इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत और 13 अन्य की मृत्यु हो गई थी. कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों के रूप में तकनीकी विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही को खारिज किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी तरह का कोई साजिश नहीं थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि खराब मौसम के चलते पायलट ‘डिसओरिएंट’ हो गए होंगे जिसके चलते हादसा हुआ. तकनीकी भाषा में इसे सीएफआईटी यानि कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन कहते हैं.

जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए हैं. साथ ही उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की है जो इस दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे. उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था. क्रैश हुए हेलीकॉप्टर का एफडीआर यानि फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानि ब्लैक-बॉक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था. उसका डाटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है.

वायुसेना की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए थे जो दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी थी.