पूर्व SGPC प्रमुख बीबी जागीर कौर की लोकसभा चुनाव से पहले ‘SAD’ में हुई वापसी

कथित तौर पर “पार्टी विरोधी” गतिविधियों के लिए निष्कासित किए जाने के लगभग 15 महीने बाद एसजीपीसी की पूर्व प्रमुख जागीर कौर बृहस्पतिवार को फिर से शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गईं।

यह घटनाक्रम सुखदेव सिंह ढींढसा द्वारा उनके शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) का सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में विलय करने के कुछ दिनों सामने आया है।

सुखबीर सिंह बादल और दलजीत सिंह चीमा, आदेश प्रताप सिंह कैरों, शरणजीत सिंह ढिल्लों और सुरजीत सिंह रखड़ा सहित अन्य वरिष्ठ नेता, कौर के फिर से पार्टी में शामिल होने के अवसर पर कपूरथला जिले के बेगोवाल पहुंचे।

गौरतलब हो कि जागीर कौर वर्ष 1999, 2004 और 2020 में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की अध्यक्ष थीं।

बता दें कि उन्हें नवंबर 2022 में शिअद से निष्कासित कर दिया गया था। वह 2022 में एसजीपीसी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के अपने रुख पर अड़ी थीं जिसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। इन चुनावों में वह शिअद उम्मीदवार हरजिंदर सिंह धामी से हार गईं थीं।

कभी बादल परिवार की वफादार मानी जाने वाली कौर ने तब शीर्ष गुरुद्वारा संस्था एसजीपीसी की स्वायत्तता बहाल करने का आश्वासन दिया था। कौर ने हमेशा कहा था कि उन्होंने शिरोमणि अकाली दल नहीं छोड़ा है बल्कि पार्टी ने ही उन्हें निष्कासित किया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ढींढसा ने पांच मार्च को अपनी पार्टी का शिअद में विलय कर दिया था। वापसी की बातचीत पिछले साल दिसंबर में शुरू हुई जब सुखबीर बादल ने 2015 में अकाली शासन के दौरान हुई बेअदबी की घटनाओं के लिए माफी मांगी।

तब उन्होंने असंतुष्ट अकाली नेताओं से अपने मतभेद भुलाकर एक झंडे के नीचे आने की अपील की थी।