फरीदकोट में किसान नेता डल्लेवाल का आमरण अनशन खत्म, कृषि मंत्री धालीवाल ने जूस पिलाया

पंजाब के फरीदकोट में आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आमरण अनशन खत्म कर दिया है। कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल लगातार डल्लेवाल को मनाने में जुटे थे। उनके और जगजीत सिंह डल्लेवाल के बीच 24/25 नवंबर की मध्य रात्रि सहमति बन गई।फरीदकोट में धरना स्थल पर देर रात पहुंचे कृषि मंत्री धालीवाल ने डल्लेवाल को जूस पिलाया, जिसके साथ ही उन्होंने अपना आमरण अनशन खत्म कर दिया। डल्लेवाल ने कहा कि पंजाब के 6 क्षेत्रों में जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा हमने आज लंबी बैठक की। खुशी की बात है कि हम आम सहमति पर पहुंच गए है। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के जिला प्रधान बोहड़ सिंह ने बताया कि आज संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को जिला प्रशासन के बाद बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के ऑडीटोरिम हाल में बुलाया था।

पटियाला-राजपुरा मार्ग पर धरेड़ी जट़्टां टोल-प्लाजा पर भी भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के नेतृत्व में किसान धरने पर बैठे हैं। किसानों ने उनकी मानी गई मांगें लागू नहीं किए जाने तक धरना खत्म करने से इनकार किया है। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 22 नवंबर को फरीदकोट, अमृतसर और मुकेरियां में भी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया गया था। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धू पुर के गांव धरेड़ी जट्‌टां स्थित टोल प्लाजा पर धरना लगाने से राजपुरा-चंडीगढ़ हाईवे को पूरी तरह बंद करना पड़ा था।

क्या है किसानो की प्रमुख मांगे?


भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले हाईवे में आने वाली जमीन के गलत मुआवजे पर संबंधित अधिकारियों को सस्पेंड किया जाए। पिंक ब्लाइट और बाढ़ से क्षतिग्रस्त धान, चाइना वायरस व गुलाबी सुंडी से प्रभावित नरमे का उचित मुआवजा दिया जाए। दिल्ली संघर्ष में शहीद किसानों के परिवारों को उचित मुआवजा राशि दी जाए। पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज केस और रेड एंट्री कैंसिल की जाए। गुरु काशी यूनिवर्सिटी के हजारों स्टूडेंट के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले चांसलर के खिलाफ कार्रवाई की जाए।