दिल्ली सरकार ने बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने के केंद्र के प्रस्ताव को किया खारिज

दिल्ली सरकार ने बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने के केंद्र के प्रस्ताव को किया खारिज

दिल्ली सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के मार्च के मद्देनजर बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।

दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखकर अनुमति देने से इनकार कर दिया और किसानों के मार्च के प्रति एकजुटता व्यक्त की।

गहलोत ने कुमार को लिखे पत्र में कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं। दूसरी बात, शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। इसलिए, किसानों को गिरफ्तार करना गलत है।

गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को वास्तव में उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित करना चाहिए और उनकी वास्तविक समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास करना चाहिए।

देश के किसान हमारे ‘अन्नदाता’ हैं और उन्हें गिरफ्तार करके इस तरह का व्यवहार करना उनके घावों पर नमक छिड़कने जैसा होगा। हम केंद्र सरकार के इस फैसले में पक्षकार नहीं हो सकते।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर मार्च करना शुरू कर दिया है।