Congress Rally In Jaipur: कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली आज, रैली में कई दिग्गज नेता शामिल।

महंगाई हटाओ महारैली

राजस्थान में आज कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली का आयोजन हुआ, जिसमें कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहें। वहीं महारैली में लोगों का जनसैलाब भी देखने को मिला, हजारों की संख्या में राजस्थान के अलग-अलग जिलों से लोगों ने कांग्रेस की महारैली में हिस्सा लिया। साथ ही महारैली में कोरोना गाइडलाइन  के पालना के निर्देश भी दिए गए थे। वहीं कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन की ओर से यह साफ कर दिया गया था कि रैली में मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य होगा और वैक्सीन की दोनों डोज़ लेने वाले लोगों को हिस्सा लेने दिया जाएगा, साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर किसी कारणवर्ष किसी को वैक्सीन की डोज़ नहीं लगी हुई तो 72 घंटे के अदंर की गई RTPCR टेस्ट वालों को रैली में आने दिया जाएगा। वहीं रैली में सुरक्षा के भी पुख्ते इंतजाम किए गए हैं।

प्रियंका गांधी का महारैली में संबोधन

‘महंगाई हटाओ महारैली’ का संबोधन करते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला कहा सरकार विज्ञापन पर हजारों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन किसानों को खाद नहीं दिलवा रही । प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार आपके लिए काम नहीं कर रही है, केंद्र सरकार चुनिंदा लोगों के लिए काम कर रही है।साथ ही प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी 70 सालों की बात करते हैं, वो अपने 7 सालों का हिसाब दें, इसी के साथ प्रियंका ने कहा प्रधानमंत्री दुनिया भर में भ्रमण करते हैं, लेकिन दस किलोमीटर चलकर किसानों से मिलने नहीं जा सके।

राहुल गांधी का महारैली में संबोधन

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान में महारैली में लोगों को संबोधन करते हुए कहा  देश की राजनीति में आज दो शब्दों की टक्कर है। इनके मतलब अलग हैं। एक शब्द हिंदू… दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी. ये एक चीज नहीं है। ये दो अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है। राहुल गांधी ने कहा ‘मैं हिंदू हूं मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं। ये सब हिंदू हैं मगर हिंदुत्ववादी नहीं हैं। रहुल गांधी ने लोगों को हिंदू और हिंदुत्तववादी में फर्क बताते हुए कहा महात्मा गांधी हिंदू, गोडसे हिंदुत्ववादी। चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है. मर जाए, कट जाए, पिस जाए, हिंदू सच को ढूंढता है।उसका रास्ता सत्याग्रह है. पूरी जिंदगी सच को ढूंढने में निकालने देता है. महात्मा गांधी ने आत्मकथा लिखी, माय एक्सपीरियंस विद ट्रूथ, मतलब पूरी जिंदगी उन्होंने सत्य को समझने के लिए बिता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोली मारी।