नौजवान किसान के मौत पर भड़के सीएम भगवंत सिंह मान, जांच के दिए आदेश

नौजवान किसान के मौत पर भड़के सीएम भगवंत सिंह मान, जांच के दिए आदेश

किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच बात बनते नहीं दिखाई दे रही है। तो वहीं हरियाणा पंजाब बॉर्डर पर किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है।

पिछले दिनों शंभू और खनौरी बॉर्डर से हिंसक झड़प की तस्वीर सामने आई। जिसमें एक नौजवान की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 21 वर्षीय शुभकरण की मौत गोली लगने से हुई है।

अब इस मामले को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान केंद्र सरकार पर भड़क गए हैं। उन्होंने शुभकरण के मौत पर शोक जताया है।

साथ ही उन्होंने कहा कि वो इस मामले की पूरी जांच कराएंगे और किसी पंजाबी पर जुल्म को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार से अपील कि कि वो किसानों पर जुल्म करने के बजाए बातचीत से मसले का हल निकाले।

भगवंत सिंह मान ने कहा है कि मेरा फर्ज है कि मैं केंद्र और किसान संगठनों के बीच में पुल का काम करूं। मांगे मानना केंद्र का काम और प्रस्ताव मानना संगठनों का काम है।

उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली जाना चाहते हैं और अगर हरियाणा सरकार उन्हें ना रोकती तो किसान आगे बढ़ जाते। सीएम भगवंत सिंह मान इस आंदोलन के शुरुवात से किसानों के पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं।

पंजाब के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली की ओर कूच करने वाले किसानों को कहीं भी पंजाब पुलिस ने नहीं रोका। साथ ही जब पंजाब के कुछ जिलों में इंटरनेट बंद किया गया तो सीएम भगवंत सिंह मान ने नाराजगी जताई थी।

सीएम भगवंत सिंह मान लगातार केंद्र सरकार और किसानों के बीच पुल का भी काम कर रहे हैं। पिछली 4 बैठकों के दौरान भगवंत सिंह मान ने अहम भूमिका भी निभाई थी।

बता दें, एक बार फिर केंद्र सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए न्योता भेजा है। किसान संगठनों ने भी 23 फरवरी तक दिल्ली कूच करने पर रोक लगा दी है।

हालांकि, शुभकरण के मौत के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। एक ओर जहां पंजाब सरकार ने इस पूरे मामलें की जांच करवाने की बात कही है तो वही किसान संगठनों में भी काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है।

इस प्रदर्शन में अब तक 20 से अधिक किसान घायल हो गए हैं। अब देखना यह होगा कि किसानों और केंद्र सरकार के बीच यह द्वंद कब थमेगा?