गुजरात में साबरकांठा जिले के रहने वाले एक दंपती ने अपनी 200 करोड़ रुपयों की संपत्ति दान कर दी है। साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में रहने वाले बिजनेसमैन भावेशभाई भंडारी और उनकी पत्नी जीनलबेन ने सांसारिक मोह-माया को त्याग दीक्षा लेने का फैसला किया है। दोनों पति और पत्नी 22 अप्रैल को रिवरफ्रंट पर दीक्षा लेंगे।
इससे पहले बेटा-बेटी भी ले चुके हैं सन्यास
यह पहला मौका नहीं है, जब भावेशभाई भंडारी और उनकी पत्नी जीनलबेन ने यह मार्ग अपनाया है। दो साल पहले ही उनके 16 वर्षीय बेटे और 19 वर्षीय बेटी ने इस सांसारिक मोह-माया को त्याग दिया था। साल 2022 में बेटे और बेटी ने सूरत में दीक्षा ली। दीक्षा लेने के बाद बेटे का नाम सात्विक तिलक म.सा और बेटी का नाम साध्वीजी नंदिताश्रीजी म.सा. हो गया। अब अपने बेटे और बेटी की नक्शे कदम पर चलते हुए माता-पिता ने यह दीक्षा लेने का फैसला किया है।