बुमराह ने अकेले दम पर पलटा मैच का रूख, इंग्लिश बल्लेबाजों को किया काफी परेशान: एलिस्टेयर कुक

बुमराह ने अकेले दम पर पलटा मैच का रूख, इंग्लिश बल्लेबाजों को किया काफी परेशान: एलिस्टेयर कुक

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने विशाखापत्तनम टेस्ट के दूसरे दिन जसप्रीत बुमराह कि शानदार गेंदबाजी कि जमकर तारीफ की। कुक ने कहा कि बुमराह ने पिच को समीकरण से बाहर कर दिया।

जसप्रीत बुमराह ने मुश्किल कोणों से गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम को काफी परेशान किया। इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए बुमराह को खेलना लगभग नामुमकिन हो गया था।

विशाखापत्तनम में बुमराह ने रिवर्स स्विंग का शानदार नजारा पेश करते हुए 6 विकेट चटकाए, जिससे इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 253 रन पर आउट हो गई और भारत को 143 रन की महत्वपूर्ण बढ़त मिली।

वर्ष 2012 से 2017 तक इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान रहे कुक ने मीडिया से कहा कि बुमराह ने आज भारत को आगे बढ़ाया है और अकेले दम पर मैच का रुख बदल दिया।

उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी की शुरुआत बेन डकेट और जैक क्राउली ने शानदार तरीके से की। क्राउली ने 76 रन की शानदार पारी खेली।

क्राउली का विकेट रहा टर्निंग प्वाइंट

कुक ने कहा कि क्राउली का विकेट टर्निंग प्वाइंट रहा जो बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में कैच आउट हुए। इसके बाद तो बुमराह ने इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस ही कर दिया।

टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में 5वें नंबर पर काबिज 39 साल के कुक ने 2018 में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।

उन्होंने कहा कि मैंने कई बार बुमराह का सामना किया है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैंने कभी उनकी इतनी अच्छी गेंदबाजी का सामना किया है।

बुमराह को खलेना काफी मुश्किल

कुक ने कहा कि उनकी अजीब एक्शन की गेंदबाजी, उनके अलग-अलग कोण, वह बल्लेबाज के लिए एक अलग विजन बनाता है और इसके कारण कभी कभी उन्हें खेलना लगभग असंभव हो जाता है।

बुमराह ने प्रभावशाली गेंदबाजी करते हुए जो रूट, ओली पोप और जॉनी बेयरस्टो को आउट किया। उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को भी बोल्ड किया और बाद में टॉम हार्टले और जेम्स एंडरसन को भी पवेलियन भेजा।

कुक ने कहा कि रूट सबसे पहले आउट हुए। पोप इनस्विंग यॉर्कर पर आउट हुए जिसे खेला नहीं जा सकता था। बेयरस्टो और स्टोक्स के विकेट लेकर तो बुमराह ने मैच को ही बदल दिया।

उन्होंने पिच को समीकरण को खेल से बाहर ही कर दिया। यह केवल उन पर और उन पर ही निर्भर था। 253 रन पर आउट होना प्रतिस्पर्धी स्कोर से काफी कम है।