प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के 42वें स्थापना दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरी प्रार्थना है कि मां स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर, भाजपा के प्रत्येक कर्मठ कार्यकर्ता और प्रत्येक सदस्य पर हमेशा बना रहे.
‘बीजेपी एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प पर सशक्त’
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, ‘आज नवरात्रि की पांचवीं तिथि भी है, आज के दिन हम सभी मां स्कंदमाता की पूजा करते हैं. हम सबने देखा है कि मां स्कंदमाता कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं और अपने दोनों हाथों में कमल का फूल थामें रहती हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं देश और दुनिया भर में फैले भाजपा के प्रत्येक सदस्य को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं. कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कोहिमा तक भाजपा एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प को निरंतर सशक्त कर रही है.’
इन 3 और वजहों से इस बार का स्थापना दिवस महत्वपूर्ण
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘इस बार का स्थापना दिवस 3 और वजहों से महत्वपूर्ण हो गया है. पहला कारण है कि इस समय हम देश की आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. ये प्रेरणा का बहुत बड़ा अवसर है. दूसरा कारण है- तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर. इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं. तीसरा कारण भी उतना ही अहम है. कुछ सप्ताह पहले चार राज्यों में भाजपा की डबल इंजन की सरकारें वापस लौटी हैं. तीन दशकों के बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है.’
लगातार बढ़ रहा बीजेपी कार्यकर्ताओं को दायित्व: पीएम
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘वैश्विक दृष्टिकोण से देखें या राष्ट्रीय दृष्टिकोण से, भाजपा का दायित्व, भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का दायित्व लगातार बढ़ रहा है. इसलिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता, देश के सपनों का प्रतिनिधि है, देश के संकल्पों का प्रतिनिधि है. इस अमृत काल में भारत की सोच आत्मनिर्भरता की है, लोकल को ग्लोबल बनाने की है, सामाजिक न्याय और समरसता की है. इन्हीं संकल्पों को लेकर एक विचारबीज के रूप में हमारी पार्टी की स्थापना हुई थी. इसलिए ये अमृत काल भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है. जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है. आज देश के पास नीतियां भी हैं, नियत भी है. आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है, और निश्चयशक्ति भी है. इसलिए, आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं, उन्हें पूरा भी कर रहे हैं.’