बीसीसीआई के सूत्र ने किया दावा, पंत की वापसी के बाद भी टीम में बने रहेंगे जुरेल

बीसीसीआई के सूत्र ने किया दावा, पंत की वापसी के बाद भी टीम में बने रहेंगे जुरेल

ध्रुव जुरेल के शानदार प्रदर्शन ने निस्संदेह चयन क्रम को हिला कर रख दिया है और भारतीय टेस्ट टीम में उनका भविष्य उज्ज्वल दिखाई दे रहा है।

यह देखना अभी बाकी है कि क्या वह ऋषभ पंत के साथ अपनी जगह बरकरार रखते हैं या एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह बनाते हैं।

टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने अपने हालिया प्रदर्शन से चयनकर्ताओं और प्रशंसकों को काफी प्रभावित किया है।

जिससे सवाल उठता है कि क्या वह ऋषभ पंत के चोट से ठीक होकर लौटने के बाद भी भारत की टेस्ट प्लेइंग-11 में अपनी जगह बरकरार रख पाएंगे?

ध्रुव जुरेल का शानदार डेब्यू

ध्रुव जुरेल ने राजकोट टेस्ट में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। जिसमें उन्होंने अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से काफी प्रभावित किया था। लेकिन रांची में खेले गए टेस्ट मैच में जुरेल ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में 90 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलकर असाधारण संयम और कौशल का प्रदर्शन किया।

जुरेल के इस प्रभावशाली प्रदर्शन ने न केवल भारत को श्रृंखला जीतने में मदद की, बल्कि टी-20 विश्व कप में विकेटकीपर की भूमिका के लिए ध्रुव जुरेल को एक मजबूत दावेदार के रूप में अपनी स्थिति भी मजबूत करने में मदद की।

कब होगी पंत की वापसी?

ऋषभ पंत आईपीएल 2024 से पेशेवर क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं। ऋषभ पंत की आगामी बांग्लादेश श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में भी वापसी की उम्मीद है।

लेकिन जुरेल के हालिया फॉर्म ने चयन में दुविधा भी पैदा कर दी है। हालांकि बीसीसीआई के एक पुख्ता सूत्र का कहना है कि अगर ध्रुव इस तरह का प्रदर्शन करते रहते हैं, तो ध्रुव और पंत दोनों को भारत की टेस्ट प्लेइंग-11 में रखा जाएगा।

बीसीसीआई के एक सूत्र का कहना है कि ध्रुव जुरेल एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में भी अपनी जगह बरकरार रख सकते हैं, जो सिर्फ विकेटकीपिंग से परे उनके संभावित महत्व को उजागर करता है।

ध्रुव जुरेल, यशस्वी जयसवाल, शुभमन गिल और सरफराज खान जैसे युवा भारतीय खिलाड़ियों की हालिया सफलता ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के उज्जवल भविष्य को दर्शाया है।

हालांकि उनकी असली परीक्षा तब होगी, जब वे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के आगामी दौरों में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करेंगे।