चन्द्र शेखर धरणी, चंडीगढ़:
हरियाणा बचाओ अभियान समिति के संयोजक पंजाब एंड हरियाणा उच्च न्यायालय बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष रणधीर बधरान ने कहा कि उनके द्वारा गए चलाई गई मुहिम हरियाणा की अलग राजधानी और अलग उच्च न्यायालय की मांग से प्रदेश के लाखों लोग जुड़ चुके हैं।
इसको लेकर उनके द्वारा जहां प्रदेश में जगह-जगह लोगों को इसको लेकर जागरूक किया जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री प्रदेश के मुख्यमंत्री व सभी विधायकों को पत्र भी लिखे गए हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश को बने 57 साल हो गए हैं। ऐसे में 2 प्रदेशों के संयुक्त उच्च न्यायालय में लाखों केस पेंडिंग है। जिसमें केस डालने वाले परिवारों की तीसरी पीढ़ी तक आ चुकी है।
लेकिन मामले अभी भी लंबित है। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बनने के बाद देश में 10 अन्य राज्य बन चुके हैं, जिन सभी की अलग राजधानी और अलग हाई कोर्ट बन चुके है।
उन्होंने कहा कि अलग राजधानी और अलग हाईकोर्ट बनने से प्रदेश में जहां निवेश के रास्ते खुलेंगे वहीं लाखो युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
इससे विदेश में जाने वाले बच्चों का पलायन भी रुकेगा और प्रदेश की राजनीतिक विरासत भी बची रहेगी। इसके अलावा जनता को सस्ता और शीघ्र न्याय उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि अबकी बार होने वाले लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा गूंजता दिखाई देगा, जहां प्रदेश का हर व्यक्ति लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार से यह सवाल करता नजर आएगा कि आपके द्वारा आने वाले समय में प्रदेश की अलग राजधानी और अलग हाई कोर्ट को लेकर क्या किया जाएगा।