हरियाणा की 107 वर्षीय ‘उड़नपरी दादी’ ने रचा इतिहास, जीते 2 गोल्ड मैडल

हरियाणा की 107 वर्षीय 'उड़नपरी दादी' ने रचा इतिहास, जीते 2 गोल्ड मैडल

कहते हैं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। अगर दिल में जीत का जज्बा हो तो उम्र कोई मायने नहीं रखती और इस बात की जीती-जागती मिसाल है हरियाणा की उड़नपरी दादी।

उड़नपरी दादी ऐसे सभी लोगों के लिए मिसाल है, जो खुद को कमजोर समझते हैं। दरअसल, उड़नपरी दादी रामबाई में जीत का ऐसा जुनून सवार है कि वह एक भी बार हार नहीं खाती हैं।

107 साल की दादी रामबाई उड़नपरी के नाम से प्रसिद्ध हैं। उनकी फिटनेस देखकर तो युवाओं के भी पसीने छूटते हैं। रामबाई इन दिनों हैदराबाद के मैदान में फर्राटा मारती नजर आ रहीं हैं।

हैदराबाद में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में बुजुर्ग एथलिट रामबाई ने 2 गोल्ड मेडल हासिल कर साबित कर दिया है कि उम्र पर जीत का जज्बा कितना भारी है।

वहीं, 65 साल की उनकी बेटी संतरा देवी भी किसी से पीछे नहीं है। उन्होंने भी अलग-अलग प्रतियोगिता में 3 मेडलों पर कब्जा किया है।