हरियाणा की बेटी 9 साल की गरिमा यादव को समाज सेवा के लिए मिला ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’

हरियाणा के महेंद्रगढ़ शहर में रहने वाली नौ साल की गरिमा यादव को हाल ही में समाज सेवा के लिए ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से नवाजा गया है। गरिमा दृष्टिबाधित हैं इसके बावजूद वे अपनी पहल ‘साक्षर पाठशाला’ के जरिए झुग्गी में रहने वाले बच्चों को पढ़ा रही हैं, उन्हें शिक्षा की रोशनी दिखा रही हैं।

पीएम बाल सम्मान पुरस्कार पाने के बाद गरिमा यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि “मैं जब तीन साल की थी, तब से मैं साक्षर पाठशाला चलाती हूं। उसमें मैं बच्चों को कायदा, पेन, पेंसिल स्लम एरियाज में जाकर मैं बच्चों को कायदा, पेन, पेंसिल, गुब्बारे, टॉफी आदि देकर उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रेरित करती हूं। मेरे जन्म से मेरे पापा मुझे इस काम में प्रेरित करते रहे हैं।”

गरिमा यादव की मां ने कहा कि ‘हम सब बहुत खुश हैं और हमें अपनी बेटी पर गर्व महसूस हो रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि ‘मैं तो कायदे से प्रधानमंत्री जी का और मैडम का बहुत-बहुत शुक्रिया करती हूं कि उन्होंने मेरी बेटी को इस लायक समझा और आगे भी इसी तरह आशीर्वाद बनाए रखें।’

“गरिमा यादव के गांव निवासी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘हमारे गांव की बेटी ने नेशनल लेवल पर गांव का नाम, तहसील का नाम, जिले का नाम, स्टेट का नाम रोशन कर दिया। उसने इस बात को चरितार्थ कर दिया कि शिक्षा तीसरा नेत्र होता है। भगवान के दिए दो नेत्र उसके नहीं थे। लेकिन शिक्षा के द्वारा नेशनल लेवल पर अवॉर्ड प्राप्त करके गांव का नाम रोशन कर दिया।”