वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुले, दर्शन के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालु

kedarnath dham

केदारनाथ धाम के कपाट आज यानि 6 मई को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के लिए खुल गए। शीतकाल में छह माह बंद रहने के बाद कपाट खुलने के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे।

कपाट खुलने के मौके पर मंदिर की आकर्षक सजावट की गई । जानकारी के मुताबिक, मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया।

प्रातः लगभग 04 बजे से ही धाम में जय बाबा केदार के उद्घोष लगने शुरू हो गए थे। वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि विधान से बाबा केदार की उत्सव डोली पर मुख्य पुजारी ने भोग लगाया और नियमित पूजाएं कीं।

जिसके बाद डोली को सजाया गया। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रोच्चारण के साथ 6 बजकर 25 मिनट पर कपाट खोले गए और डोली को मंदिर में प्रविष्ट किया गया।

इससे पहले, पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा-अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया।

6 महीने सामधि में रहते हैं बाबा केदारनाथ

ऐसी मान्यता है कि बाबा केदारनाथ जगत के कल्याण के लिए छह महीने सामधि में रहते हैं और कपाट खुलने के साथ ही बाबा समाधि से जागते हैं और भक्तों को अपना दर्शन देते हैं।