यूपी ATS ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी को सहारनपुर से गिरफ्तार, पुलिस का दावा- नुपूर शर्मा की हत्या की रच रहा था साजिश

Mohammad Nadeem

उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तान के संगठन तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े संदिग्ध आतंकी को सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। एटीएस ने सहारनपुर के गंगोह निवासी आतंकी मोहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने किया ये बड़ा दावा

इस बीच पुलिस ने दावा किया कि मोहम्मद नदीम ने पूछताछ में बताया कि जेईएम की ओर से उसे भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या करने का लक्ष्य भी दिया गया था। एटीएस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक नवीन अरोरा के निर्देशन में एक सप्ताह के भीतर आतंकी गतिविधियों से जुड़े किसी संदिग्ध की गिरफ्तारी की यह दूसरी बड़ी सफलता है।

एटीएस ने एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए बताया कि सहारनपुर से गिरफ्तार हुए आतंकी की पहचान मुहम्मद नदीम के रूप में हुई है। एटीएस का दावा है कि वह जेईएम एवं अन्य आतंकी संगठनों के आतंकियों से सीधे संपर्क में था।

वहीं, सहारनपुर में पुलिस सूत्रों ने बताया कि एटीएस की टीम ने बीते 7 और 8 अगस्त की रात में जिले के गंगोह कोतवाली क्षेत्र के गांव कुंडाकला से दो सगे भाइयों, मोहम्मद नदीम एवं मोहम्मद तैमूर पुत्रगण नफीस को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इनमें से नदीम को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। नदीम का परिवार गांव में खेती करता है। मुस्लिम राजपूत बिरादरी के इस परिवार की पाकिस्तान में रिश्तेदारी भी बताई जाती है।

स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही पुलिस एवं एटीएस ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर नदीम को पकड़ा है। एटीएस को सहयोगी एजेंसियों से सूचना प्राप्त हुई कि सहारनपुर के गंगोह स्थित कुडाकला गांव में एक व्यक्ति, पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की विचारधारा से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है।

इस सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए नदीम की पहचान कर उसे पकड़ा गया। उससे की गई पूछताछ एवं मोबाइल फोन की जांच में एक पीडीएफ दस्तावेज पाया गया। इसका शीर्षक ‘एक्सप्लोसिव काेर्स फिदायी फोर्स’ है। इसके अतिरिक्त नदीम के फोन से जेईएम एवं अन्य आतंकी संगठनों के आतंकियों से चैटिंग और वॉयस मैसेज के भी सबूत मिले हैं।

पूछताछ में उसने बताया कि वह 2018 से इन दोनों से संगठनों से सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमाें से संपर्क में है। इन संगठनों के आतंकवादियों से उसने वर्चुअल नंबर बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया।

फिदायीन हमले की थी तैयारी

नदीम ने आतंकवादियों को 30 से अधिक वर्चुअल नंबर और वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर उपलब्ध कराई। साथ ही जेईएम के पाकिस्तानी आतंकी सैफुल्ला ने मुहम्मद नदीम को फिदायीन हमले के लिए तैयार करने के लिए प्रशिक्षण साहित्य सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध कराया। जिससे वह किसी सरकारी भवन और पुलिस परिसर पर फिदायीन हमला कर सके।

वहीं, नदीम ने बताया कि उसे अफगानिस्तान व पकिस्तान में सक्रिय ये दोनों संगठन आतंकवादी स्पेशल ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे। प्रशिक्षित होकर उसकी योजना मिस्र के रास्ते सीरिया एवं अफगानिस्तान जाने की भी थी।
उसने स्वीकार किया गया कि जेईएम के आतंकी ने उसको भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या करने का लक्ष्य भी दिया था।

नदीम ने अपने कुछ भारतीय संपर्कों की भी जानकारी एटीएस को दी है। एटीएस इन संपर्कों को भी खंगाल रही है। इस सम्बन्ध में लखनऊ स्थित थाना एटीएस में सुसंगत कानूनी प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यही नहीं उसके पास से एक मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड व बम बनाने से जुड़ा प्रशिक्षण साहित्य बरामद हुआ है।