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भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का एक और केस मिला है। यह केस गुजरात के जामनगर में मिला है।

भारत में बढ़ते ओमिक्रॉन के केस से देश में डर का माहौल, क्या बूस्टर डोज लेने का समय आ चुका है?

 

भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का एक और केस मिला है। यह केस गुजरात के जामनगर में मिला है। बताया जा रहा है कि गुजरात के जामनगर में दक्षिण अफ्रीका से लौटा शख्स कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित मिला है।

 

ये शख्स दो दिन पहले ही दक्षिण अफ्रीका से गुजरात लौटा था। एयरपोर्ट पर जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद मरीज का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था, जिसमें अब साफ हो चुका है कि वो शख्स ओमिक्रॉन से संक्रमित है।

 

ओमिक्रॉन का तीसरा केस भारत मेंभारत में संभवता ओमिक्रॉन का यह तीसरा केस है, इससे पहले गुरुवार को कर्नाटक में कोरोना के नए वेरिएंट के दो केस मिले थे। ये मरीज 66 और 46 साल के हैं। 66 साल के व्यक्ति ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा रखी है, जबकि 46 साल के व्यक्ति ने पहली डोज लगवाई हुई है। 66 साल का व्यक्ति दुबई का था इसलिए अब वो दुबई वापस लौट चुका है, लेकिन 46 साल का व्यक्ति भारत का ही निवासी है। राहत की बात ये है कि कोरोना की वैक्सीन लगवाने की वजह से संक्रमित व्यक्ति अभी सामान्य स्थिति में है।

 

इंटरनेशनल फ्लाईट बंद नहीं हुई, तो भारत में बढ़ सकते है केस

 

महाराष्ट्र में भी 30 लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। राज्य में शुक्रवार तक 2,821 यात्री हाई रिस्क देशों से मुंबई आए हैं। इनमें से दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, राज्य में अभी तक किसी भी मरीज में ओमिक्रॉन की पुष्टि नहीं हुई है।

 

उधर, राजस्थान में दक्षिण अफ्रीका से लौटे एक परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, इतना ही नहीं… इनके संपर्क में आए 5 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रशासन ने सभी के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है।

 

अफ्रीका से लौटे 10 विदेशी यात्री लापता

 

कर्नाटक के बेंगलुरु में दो लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इसी बीच ऐसी जानकारी भी सामने आई है, जिससे खतरा और बढ़ गया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन मिलने के बाद 57 यात्री बेंगलुरु लौटे हैं, जिनमें से 10 अब भी गायब हैं। इन 10 विदेशी यात्रियों को ट्रेस नहीं किया जा सका है और उनके फोन भी बंद हैं। जिससे अभी डर का माहौल नजर आ रहा है, क्योंकि कोई भी नहीं जानता की वो 10 विदेशी लोग किन-किन लोगों से संपर्क कर सकते है।