भारत-मध्य एशिया डायलॉग की बैठक शनिवार से, पांच विदेश मंत्री भी होंगे बैठक में शामिल..

विदेश मंत्री एस जयशंकर

अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता आने के बाद मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के रिश्तों का महत्व और भी बढ़ गया है। वहीं 18 दिसंबर से शुरु होने वाले भारत-मध्य एशिया डायलाग की बैठक में पांच विदेश मंत्री शामिल होने वाले हैं।

शनिवार से होगी तीसरी भारत-मध्य एशिया डायलॉग की बैठक

शनिवार से दिल्ली में होने वाले तीसरे भारत-मध्य एशिया डायलाग को लेकर विदेश मंत्रालय ने जबरदस्त तैयारी की है। बैठक में हिस्सा लेने किर्गिजास्तान, उज्बेकिस्तान,तुर्कमेनिस्तान,कजाखस्तान और ताजिक्सतान के विदेश मंत्री भारत दौरे पर आ रहे है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर की इन सभी विदेश मंत्रियों के साथ संयुक्त तौर पर वार्ता होगी और सारे विदेश मंत्रियों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात के मिलने के आसार बताए जा रहें हैं।

ताजिक्सतान के विदेश मंत्री सिरोजद्दीन मुहरीद्दीन भारत की द्विपक्षीय यात्रा भी करेंगे साथ ही विदेश मंत्री जयशंकर के साथ द्विपक्षीय संबंधो पर भी बैठक होगी। बता दें कि मध्य एशियाई देशों के साथ आर्थिक और ढांचागत क्षेत्र में कनेक्टिविटी पर होने वाली बातचीत काफी अहम होने वाली है । वहीं कोरोना काल के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर जिस तरह की चुनौतियां विश्व के सामने आयी है, उसको देखते हुए भी यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण है । भारत इन देशों के साथ स्वास्थय क्षेत्र में नए सहयोग की उम्मीद भी लगाए हुए हैं। इन देशों का स्वास्थय ढांचा भी कुछ खास नहीं है और वहीं भारत की दवा एवं चिकित्सा सामग्रियों की भी मांग बढ़ती जा रही है। वहीं ऐसे में स्वास्थय क्षेत्र में काफी संभावनाए बनने जा रही है, जिसके बारे में भी दोनों पक्ष वार्ता करेंगे।