बेअदबी मामला: डेरा की चेयरपर्सन विपासना इंसां और पीआर नैन से पूछताछ करने सिरसा पहुंची एसआईटी

बेअदबी मामला: डेरा की चेयरपर्सन विपासना इंसां और पीआर नैन से पूछताछ करने सिरसा पहुंची एसआईटी

श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी मामले में पंजाब पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) सोमवार को सिरसा डेरा पहुंचा। यहां एसआईटी डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसां और पीआर नैन से पूछताछ करेगी। इससे पहले तीन बार समन जारी करने के बावजूद विपासना इंसां और पीआर नैन लुधियाना के आईजी दफ्तर नहीं पहुंचे थे।

 

पीआर नैन ने बीमार होने की बात कहते अपना मेडिकल भेज दिया था। वहीं विपासना इंसां की तरफ से कोई जवाब नहीं भेजा गया। इस रवैये को देखते हुए एसआईटी ने डेरा सच्चा सौदा जाकर दोनों से पूछताछ करने का फैसला किया था। पंजाब पुलिस के आईजी एसपीएस परमार की अगुवाई में एसएसपी मुखविंदर सिंह भुल्लर और 2 अन्य अफसरों वाली टीम पूछताछ के लिए सिरसा पहुंची।

 

गौरतलब है कि बुर्ज जवाहर सिंह वाला में एक जुलाई 2015 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पावन स्वरूप चोरी हुआ था।

 

 12 अक्तूबर 2015 को गांव बुर्ज जवाहर सिंह की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे हुए थे। इस मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की। इनमें पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया, जो अब जमानत पर चल रहे हैं।

 

डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के तीन सदस्य संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। इन तीनों का अभी तक कोई सुराग नहीं है।। छह जुलाई 2019 को डेरा प्रमुख को बाजाखाना थाने में दर्ज एफआईआर नंबर-62 में नामजद किया गया था।

 

नौ नवंबर को एसआईटी डेरा प्रमुख से पूछताछ करने रोहतक की सुनारिया जेल गई थी। सूत्रों के अनुसार उन्होंने एसआईटी को बेअदबी में किसी तरह की संलिप्तता से साफ मना कर दिया था। वह सिर्फ सत्संग और डेरा अनुयायियों को उपदेश देने का काम करते थे। डेरा में निर्णय लेने का काम प्रबंधकों का था। इसी वजह से एसआईटी के निशाने पर चेयरपर्सन विपासना इंसां और पीआर नैन आ गए। उनसे पूछताछ के लिए एसआईटी तीन बार समन भेज चुकी है लेकिन वह एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए।