बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस की सजा के फैसले से दूरी बनाई

बांग्लादेश में लगातार चौथे कार्यकाल के लिए चुनी गईं प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद युनूस को देश के श्रम कानूनों के उल्लंघन को लेकर हाल में सुनायी गयी सजा से सोमवार को अपनी दूरी बना ली।

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के बहिष्कार के बीच रविवार को हुए चुनावों में शानदार जीत हासिल करने के बाद हसीना अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में सवालों का जवाब दे रही थीं।

हसीना (76) ने कहा, ‘‘युनूस के मामले में श्रम अदालत ने फैसला दिया है। उनकी खुद की कंपनी के लोगों ने श्रम अदालत में मामला दायर किया था। उन्होंने (युनूस ने) श्रम कानून का उल्लंघन किया और अपने कर्मचारियों को वंचित कर दिया, जिन्होंने मामला दायर किया और उन्हें फैसला मिला। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपको उनसे, उनके कर्मचारियों से पूछना चाहिए और आपको श्रमिकों के बारे में उनसे बात करनी चाहिए।’’

बांग्लादेश की राजधानी में, एक जनवरी को एक श्रम अदालत ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता को देश के श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के लिए छह महीने की जेल की सजा सुनाई थी, लेकिन फैसले और सजा के खिलाफ अपील करने के लिए उन्हें 30 दिन का समय दिया है।