पीएम मोदी ने शनिवार रात देश को संबोधित किया और तीन बड़े एलान किए। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अगले साल तीन जनवरी से 15 साल से 18 साल तक की उम्र के बच्चों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जाएगी।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन को बच्चों के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंज़ूरी दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में करीब 61 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़ लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि अब देश में लोगों को 140 करोड़ कोरोना की डोज़ दी गई है।
संबोधन की बड़ी बातें
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ओमिक्रोन से घबराना नहीं है, बल्कि इससे सतर्क रहने की ज़रूरत है।
पीएम ने भरोसा दिलाया कि देश में इलाज की पर्याप्त व्यवस्था है।
देश में 18 लाख आइसोलेशन बेड की सुविधा है।
चार लाख ऑक्सीजन सिलेंडर देशभर को दिए गए हैं।
नियमों का पालन और वैक्सीनेशन कोरोना के खिलाफ हथियार।
वैक्सीन पर देश एक्शन मोड में है।
देश में 141 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज़ लगाई जा चुकी है।
61 फीसदी व्यस्क लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ लगाई गई है।
90 फीसदी व्यस्क आबादी को कम से कम एक डोज़ लगाई जा चुकी है।
वैक्सीन निर्माण और सप्लाई चेन पर ज़ोर दिया गया।
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगेगी। इसके अलावा 10 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोविड टीके की बूस्टर डोज़ लगाने की शुरुआत होगी। 10 जनवरी से ही कॉ-मॉरबिडिटी वाले बुज़ुर्गों को भी उनके डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज लगाई जाएगी।