पाकिस्तान को इस बार भी नहीं मिली राहत, FATF ने ‘ग्रे लिस्ट’ में बरकरार रखा

मनी लॉन्ड्रिंग एवं टेरर फंडिंग की निगरानी करने वाली वैश्विक संस्था ‘फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (FATF) ने पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची’ में ही रखा है और इस्लामाबाद को अपनी वित्तीय प्रणाली में शेष कमियों को जल्द से जल्द दूर करने के लिए कहा है।

शनिवार को एक खबर में यह जानकारी दी गई है। इस बीच, पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने शनिवार को कहा कि उनका देश FATF के बाकी बचे कार्ययोजना बिंदुओं को जल्द ही पूरा कर लेगा।

ऊर्जा मंत्री हम्माद अजहर ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान ने एक अभूतपूर्व समयसीमा में धनशोधन संबंधी कार्ययोजना को संबोधित किया है जबकि वह आतंकी वित्त पोषण संबंधी 27 लक्ष्यों में से 26 को पूरा कर रहा है।

अजहर ने ट्वीट कर कहा, ‘पाकिस्तान FATF की दोनों कार्ययोजना को पूरा करने से सिर्फ 2 बिंदू दूर है।’ पाकिस्तान धनशोधन और आतंकी वित्तपोषण पर लगाम लगाने में नाकाम रहने के कारण जून 2018 से ही पेरिस स्थित FATF की ग्रे सूची में बना हुआ है।

निर्धारित लक्ष्यों को अक्टूबर 2019 तक पूरा करने के लिए उसे एक कार्य योजना दी गई थी। FATF के आदेशों का पालन करने में विफल होने के कारण पाकिस्तान तब से लेकर अब तक उस ‘ग्रे सूची’ में ही बना हुआ है।