नागालैंड फायरिंग में अब तक एक जवान समेत 14 लोगों की मौत, मामले की जांच के लिए CM ने गठित की SIT

नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 13 नागरिकों की मौत हो गई और एक जवान शहीद हो गया।

नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 13 नागरिकों की मौत हो गई और एक जवान शहीद हो गया। सूत्रों ने रविवार को बताया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई से इलाके में तनाव और अशांति पैदा हो गई और प्रदर्शनकारियों ने असम राइफल्स के शिविर को जलाने की कोशिश की। आधिकारिक तौर पर मारे गए नागरिकों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 13 नागरिक मारे गए हैं।

 

वहीं, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की घोषणा की है। सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वे अभी भी इस क्षेत्र में मौजूद कुछ भूमिगत सशस्त्र कैडरों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं। हिंसा में घायल जवानों को असम के डिब्रूगढ़ जिले के दिनजान आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 

सूत्रों ने बताया कि मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नागरिकों के मारे जाने की घटना की जांच कर रहे है। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने श्रमिकों को लेकर जा रहे एक पिक-अप वैन पर गोलियां चलाई। इस घटना के समय श्री तिरू क्षेत्र में स्थित एक कोयला खदान में काम करके लौट रहे थे।

 

उधर, सेना ने बयान जारी कर कहा कि ‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’ के आधार पर आगे बढ़ रहे थे। सेना ने कहा, “विद्रोहियों के संभावित आंदोलन की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर, तिरु, सोम जिला, नागालैंड के क्षेत्र में एक विशिष्ट अभियान चलाने की योजना बनाई गई थी।” सेना ने कहा,”इस घटना और उसके बाद हुई हिंसा के लिए गहरा खेद है। नागरिकों के मारे जाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा बलों को इस घटना में गंभीर चोटें आई हैं और एक जवान शहीद हो गया है।”