असम में बाल विवाह का कड़ा विरोध, अब तक 3,015 गिरफ्तारियां की गई, CM ने ट्वीट कर दी जानकारी…

प्रतीकात्मक चित्र

पढ़ने लिखने की उम्र है बाल विवाह जुर्म है

बाल विवाह समाज में चली आ रही क्रूर प्रता का एक बड़ा उदहारण है, वहीं इसको लेकर कई अभियान चलाए जाते रहे हैं और लोगों को जागरुक करने का प्रयास भी किया जाता रहा है। बाल विवाह के नुकसान भी लोगों को अलग-अलग तरीकों से बताया जाता रहा है। लोगों को जागरुक करने के बाद कई राज्यों में बाल विवाह पर रोक लग पाई है, हालांकि इसके बाद भी कई ऐसे पिछड़े इलाके हैं जहां बाल विवाह अब भी जारी है। जिसका उदहारण असम भी है।

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असम में चले आ रहे बाल विवाह के मामलों में कमी लाने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत कुमार बिस्वा ने इसके खिलाफ एक्शन लिया है, जिसमें सीएम बिसवा ने 14 से 18 साल की आयु वाली लड़कियों की शादी करने वालों पर बाल विवाह निषेध अधिनियम,2006 के तहत मामला दर्ज करने का एलान किया है। आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जाएगा और विवाह को अवैध करार दे दिया जाएगा। हालांकि अगर युवक भी नाबालिग है तो उसे सुधार गृह में भेजा जाएगा।

असम में बाल विवाह को हो रहा कड़ा विरोध

असम राज्य में मुख्यमंत्री हेमंत कुमार बिस्वा की ओर से कड़ा एक्शन लेने के बाद राज्य में बाल विवाह का कड़ा विरोध किया जा रहा है और मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जानकारी भी दी कि राज्य में अब तक 3 हजार 15 गिरफ्तारियां की गई है।