शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि पंजाब में अगर शिअद-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन सत्ता में आता है तो उन सभी समाज कल्याण योजनाओं को बहाल किया जाएगा जिन्हें कांग्रेस सरकार ने रद्द या बंद कर दिया है।
अपने ससुर और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के समर्थन में लम्बी में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए हरसिमरत कौर ने आम आदमी पार्टी (आप) के असफल ‘दिल्ली मॉडल’ से सावधान रहने की चेतावनी दी और कहा कि होगा यह कि इससे जनता को मिलने वाली सभी सुविधाएं वापस ले ली जाएंगी।
वहीं, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में जगह-जगह ‘चन्नी करदा मसले हल’ के बोर्ड लगाए गए थे लेकिन हकीकत में गरीबों और दलितों के लिए जमीन पर कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने काटे गए लाखों नीले कार्ड बहाल करने के लिए कुछ नहीं किया जिससे लोगों को सब्सिडी वाला राशन मिलना बंद हो गया। मौजूदा सरकार ने न तो अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति योजना बहाल की और न ही उन कांग्रेसियों के खिलाफ कार्रवाई की जो छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये हड़प गए। सरकार की जिनके पास मकान नहीं है उन्हें पांच मरला प्लॉट देने की घोषणा भी कागजों पर ही रह गई है। चन्नी ने खुद को समृद्ध करने के अलावा कुछ नहीं किया।

हरसिमरत कौर बादल ने आगे कहा किचन्नी के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि उनके रिश्तेदार से बरामद 11 करोड़ रुपये उन्हीं के हैं। आप और इसके संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल कुछ नहीं बल्कि महज एक धोखा है।
उन्होंने कहा कि आप पंजाब में महिलाओं को प्रति माह एक हजार रुपये देने का वादा कर रही है लेकिन दिल्ली में नहीं दे रही, जहां गत लगभग आठ साल से उसकी सरकार है। इससे उलट होगा यह कि ऐसी घोषणाओं से किसान मुफ्त बिजली सुविधा, आटा-दाल और शगुन योजना जैसी कल्याणकारी योजनाएं खो देंगे क्योंकि वे दिल्ली मॉडल का हिस्सा नहीं हैं।
वहीं, हरसिमरत कौर ने आगामी विधानसभा चुनावों में जनता से शिअद को और लम्बी विधानसभा क्षेत्र में प्रकाश सिंह बादल को वोट देकर सफल बनाने की अपील की।