प्रशांत महासागर में टोंगा आईलैंड के पास ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से जापान पर जल प्रलय का खतरा मंडराने लगा है। विस्फोट से उपजी सूनामी की लहरें जापान तक पहुंच गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार रात जापान के अमामी ओशिमा तट से करीब 4 फीट ऊंची सूनामी लहरें टकराई हैं।
इसके अलावा जापान के दूसरे सबसे बड़े द्वीप होक्काइदो, कोच्चि और वाकायामा में भी सूनामी ने आधी रात को दस्तक दी। जापान के स्टेट मीडिया की तरफ से जारी फुटेज में समुद्री लहरें तटों से टकराती हुई नजर आ रही हैं। तटीय शहरों में इमरजेंसी अलार्म बजाकर लोगों को सावधान किया जा रहा है।

इन शहरों से लोगों को निकालने का काम भी जारी है। जापान के अधिकारियों ने चेतावनी जारी कर लोगों को समुद्र की तरफ जाने से मना किया है। हालांकि, अभी तक जान-माल का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।

भयानक ज्वालामुखी विस्फोट के बाद फिजी और न्यूजीलैंड ने भी सूनामी का अलर्ट जारी कर दिया है। अमेरिका के पश्चिमी छोर पर बसे शहर सेन फ्रांसिस्को में भी चेतावनी जारी की गई है। फायर ब्रिगेड और पुलिस ने लोगों को समुद्री किनारों से दूर रहने के लिए कहा है।
टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट शनिवार को स्थानीय समय के अनुसार शाम 5.10 बजे हुआ था। इसके 20 मिनट बाद सुनामी की लहरें सड़कों, घरों और इमारतों से टकराने लगीं। इसकी तस्वीरें सैटेलाइट्स में भी कैद हो गईं। टोंगा सरकार ने भी अलर्ट जारी कर लोगों से समुद्र तट से दूर जाने के लिए कहा है।

आसमान में राख और सुनामी आने के बाद टोंगा में विमान सेवाओं को तुरंत बंद कर दिया गया है। टोंगा जियोलॉजिकल सर्विसेज के मुताबिक, विस्फोट का दायरा करीब 260 किमी में है। द्वीप के पास समुद्र में पिछले साल दिसंबर से ही रुक-रुककर ज्वालामुखी में विस्फोट हो रहे हैं, लेकिन इस बार ज्वालामुखी में काफी तेज विस्फोट हुआ है।