मनोहर लाल से मिले दुष्यंत चौटाला, गठबंधन टूटने के बाद हुई पहली मुलाकात

हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के साथ पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मुलाकात की। सीएम आवास संत कुटीर पर हुई इस मीटिंग में दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट तक बातचीत हुई।

BJP ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, तीन पूर्व मुख्यमंत्री, गड़करी और पीयूष गोयल का नाम शामिल

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची बुधवार को जारी कर दी, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और अनुराग सिंह ठाकुर तथा हरियाणा के मनोहर लाल सहित तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम शामिल हैं।

हरियाणा में फेरबदलः जमीन से जुड़े ओबीसी नेता नायब सैनी ने ली भाजपा के कद्दावर नेता मनोहर लाल की जगह

र्यजनक कदम लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उठाया है जबकि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

भाजपा ने ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सैनी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

इससे पहले, मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सैनी की नियुक्ति को ओबीसी और गैर-जाट समुदायों पर पकड़ मजबूत करने के मकसद से पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया था।

राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाट का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ माना जाता है।

इसके अलावा, सैनी को मुख्यमंत्री चुने जाने को मनोहर लाल सरकार के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिहाज से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।

हरियाणा में सैनी समुदाय की आबादी करीब आठ फीसदी है। यह समुदाय हरियाणा के कई उत्तरी जिलों के अलावा अंबाला, कुरूक्षेत्र और हिसार समेत कुछ अन्य जिलों में भी प्रभाव रखता है।

वर्ष 2014 में, जब भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब पार्टी ने करनाल से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री चुना था। उस समय राम बिलास शर्मा, अनिल विज, कैप्टन अभिमन्यु और ओपी धनखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर खट्टर को चुना गया था। कुछ इसी तर्ज पर मंगलवार को मनोहर लाल को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री चुना गया।

निवर्तमान मनोहर लाल मंत्रिमंडल में छह बार के विधायक अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।

सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के मिर्जापुर माजरा नामक गांव में हुआ था। कानूनी की पढ़ाई करने वाले सैनी के खट्टर के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और ये आरएसएस के दिनों से चले आ रहे हैं।

नायब सिंह सैनी को हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री चुने जाने की घोषणा आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित थी, लेकिन भाजपा इस तरह के हैरानी भरे फैसलों के लिए जानी जाती है और 2014 में पार्टी ने इसी प्रकार मनोहर लाल खट्टर को इस पद के लिए चुना था।

चर्चाओं से दूर रहने वाले और जमीन से जुड़े ओबीसी नेता सैनी (54) पार्टी में विभिन्न पदों पर काम के बाद मंगलवार को यहां आयोजित एक बैठक में सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए।

सैनी ने मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

सैनी को मनोहर लाल (69) का करीबी माना जाता है। उन्होंने मनोहर लाल की जगह ली, जिनका मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा कार्यकाल इस साल अक्टूबर में पूरा होना था।

सत्तारूढ़ भाजपा ने यह आश्चर्यजनक कदम लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उठाया है जबकि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

भाजपा ने ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सैनी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

इससे पहले, मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सैनी की नियुक्ति को ओबीसी और गैर-जाट समुदायों पर पकड़ मजबूत करने के मकसद से पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया था।

राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाट का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ माना जाता है।

इसके अलावा, सैनी को मुख्यमंत्री चुने जाने को मनोहर लाल सरकार के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिहाज से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।

हरियाणा में सैनी समुदाय की आबादी करीब आठ फीसदी है। यह समुदाय हरियाणा के कई उत्तरी जिलों के अलावा अंबाला, कुरूक्षेत्र और हिसार समेत कुछ अन्य जिलों में भी प्रभाव रखता है।

वर्ष 2014 में, जब भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब पार्टी ने करनाल से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री चुना था। उस समय राम बिलास शर्मा, अनिल विज, कैप्टन अभिमन्यु और ओपी धनखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर खट्टर को चुना गया था। कुछ इसी तर्ज पर मंगलवार को मनोहर लाल को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री चुना गया।

निवर्तमान मनोहर लाल मंत्रिमंडल में छह बार के विधायक अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।

सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के मिर्जापुर माजरा नामक गांव में हुआ था। कानूनी की पढ़ाई करने वाले सैनी के खट्टर के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और ये आरएसएस के दिनों से चले आ रहे हैं।

सैनी 2014 और 2019 के बीच मनोहर लाल कैबिनेट में मंत्री भी थे। उन्होंने विधायक रहते हुए 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था।

यहां हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायकों की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में सैनी के नाम की घोषणा की गई।

पिछले तीन दशकों के दौरान, सैनी ने भाजपा की राज्य इकाई में कई पदों पर काम किया और प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष और महासचिव रहे। वह 2002 में अंबाला के लिए प्रदेश भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव थे और तीन साल बाद जिला अध्यक्ष बने।

वह 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 मतों के अंतर से हराया था। सैनी को 2019 में भाजपा के सांसद रहे आरके सैनी के विद्रोह के बाद कुरुक्षेत्र सीट से मैदान में उतारा गया था।
यहां हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायकों की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में सैनी के नाम की घोषणा की गई।

पिछले तीन दशकों के दौरान, सैनी ने भाजपा की राज्य इकाई में कई पदों पर काम किया और प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष और महासचिव रहे। वह 2002 में अंबाला के लिए प्रदेश भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव थे और तीन साल बाद जिला अध्यक्ष बने।

वह 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 मतों के अंतर से हराया था। सैनी को 2019 में भाजपा के सांसद रहे आरके सैनी के विद्रोह के बाद कुरुक्षेत्र सीट से मैदान में उतारा गया था।

नायब सिंह सैनी होंगे हरियाणा के नए CM, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

जननायक जनता पार्टी (जजपा) और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को आज सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्य में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री खट्टर समेत 14 मंत्री शामिल थे। इसमें उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन सदस्य थे।

हरियाणा: BJP और JJP के बीच टूटा गठबंधन, 240 दिन पहले लिखी गई थी पटकथा ?

हालांकि ये अलग बात है कि उस वक्त भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और दुष्यंत चौटाला की मुलाकात के बाद दोनों दलों में चल रहे गतिरोध के कुछ हद तक दूर होने की बात कही गई थी।

हरियाणा: PM मोदी ने गुरुग्राम को दिया कनेक्टिविटी का तोहफा, द्वारका एक्सप्रेस-वे का किया उद्घाटन

ये एक्सप्रेस वे आठ लेन का है और हरियाणा खंड में 19 किलोमीटर लंबे बने इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में करीब 4,100 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसके जरिए दिल्ली से गुरुग्राम तक का सफर अब केवल 25 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। पहले इसमें 45 मिनट का वक्त लगता था।

भाजपा हरियाणा में सभी 10 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करेगी: CM मनोहर लाल

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की सभी 10 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करके इतिहास रचेगी।

यहां पार्टी कार्यालय ‘गुरु कमल’ में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए ‘ऐतिहासिक कार्यों’ की चर्चा पूरी दुनिया में होती है।

मुख्यमंत्री राज्य की सभी 90 विधानसभाओं में लोकसभा चुनाव कार्यालयों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी संभवत: 11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के लिए गुरुग्राम आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने संभावना जताई कि 12 मार्च के आसपास लोकसभा चुनाव की घोषणा हो जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया भी संभवत: अगले चार से पांच दिनों में पूरी हो जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश में तीसरी बार मोदी सरकार बनाने का माहौल बन गया है और जनता अबकी बार ‘400 पार’ का नारा लगा रही है।’’

हरियाणा विधानसभा में मनोहर लाल सरकार के खिलाफ लाये गये कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी

हरियाणा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ बृहस्पतिवार को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया जिस पर चर्चा के लिए अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने दो घंटे का समय निर्धारित किया।

विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता वाली मंत्रिपरिषद के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार कर लिया।

विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने हाल में खट्टर सरकार पर सभी मोर्चों पर विफल रहने का आरोप लगाया था और कहा था कि कांग्रेस बजट सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।

कांग्रेस तीन साल पहले भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-जननायक जनता पार्टी (जजपा) सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई थी लेकिन इसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था।

वर्तमान में, 90 सदस्यीय सदन में भाजपा के 41 विधायक हैं, जबकि उसके गठबंधन सहयोगी जजपा के 10 विधायक हैं।

सदन में सात निर्दलीय सदस्यों में से छह भाजपा का समर्थन करते हैं। सरकार को हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है।

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) का एक विधायक है।

पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है आगे: हरियाणा सीएम खट्टर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंबाला में एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सीएम खट्टर ने कहा कि नरेंद्र मोदी का भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना साकार होता दिख रहा है। उन्होंने इस… Continue reading पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है आगे: हरियाणा सीएम खट्टर

हरियाणा: CM मनोहर लाल ने पुस्तकालय निर्माण के लिए समर्पित की अपनी पैतृक संपत्ति

अपना घर और लगभग 200 गज की अन्य पैतृक संपत्ति इस गांव के निवासियों को समर्पित की है। हमने इस गांव के युवाओं के लिए यहां एक पुस्तकालय स्थापित करने की योजना बनाई है।”